दारोगा ने तबाह कर दिया है: एएसपी

राज्यभर के थानेदारों की हुई बैठक, गवर्नर के सलाहकार से शिकायत कीरांची : नामकुम स्थित झारखंड एकेडमिक काउंसिल के हॉल में राज्यपाल के सलाहकार आनंद शंकर ने शनिवार को राज्य भर के थाना प्रभारियों (संताल परगना को छोड़ कर) के साथ बैठक की. बैठक पुलिसकर्मियों की समस्याओं को जानने और विभाग की खामियों को दूर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:54 PM

राज्यभर के थानेदारों की हुई बैठक, गवर्नर के सलाहकार से शिकायत की
रांची : नामकुम स्थित झारखंड एकेडमिक काउंसिल के हॉल में राज्यपाल के सलाहकार आनंद शंकर ने शनिवार को राज्य भर के थाना प्रभारियों (संताल परगना को छोड़ कर) के साथ बैठक की.

बैठक पुलिसकर्मियों की समस्याओं को जानने और विभाग की खामियों को दूर करने के लिए बुलायी गयी थी. बैठक में डीजीपी राजीव कुमार, सभी जोन के आइजी, डीआइजी, एसपी, एसएसपी और डीएसपी और इंस्पेक्टर शामिल थे. बैठक में एक-एक एसपी से उनके जिले की समस्याएं पूछी गयी.

बैठक में सलाहकार द्वारा समस्या पूछे जाने पर बेरमो में एएसपी के रूप में पदस्थापित आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि उन्हें बेरमो के थाना प्रभारी काफी प्रताड़ित कर रहे हैं. एसएसपी ने कहा : मैं अवैध रूप से कोयले का काम करनेवाले कारोबारियों के खिलाफ बेरमो में अभियान चला रहा हूं.

इससे बेरमो के थाना प्रभारी की परेशानी बढ़ गयी है. इस वजह से वह मेरे खिलाफ साजिश रचते हैं. किसी मामले में मुङो फंसाने की बात कहते हैं. इस बाबत सलाहकार ने रिपोर्ट मांगी है.

कई थानेदार देर से पहुंचे

बैठक शुरू होने से आधा घंटा पहले डीजीपी से लेकर सीनियर आइपीएस अधिकारी पहुंच चुके थे. लेकिन, चाईबासा जिला के गुआ थाना में पदस्थापित दारोगा सुधीर कुमार पोद्दार 20 मिनट लेट यानी 9.20 में मीटिंग में पहुंचे, वह भी पॉकेट में हाथ डाल कर. यह देख सलाहकार ने तुरंत डीजीपी को थाना प्रभारी को सीआइडी में तबादला करने का आदेश दिया.

कौन अधिकारी है ईमानदार

इसके बाद सलाहकार ने पूछा में मीटिंग में बैठा कौन पुलिस अधिकारी ईमानदार है. इस पर पलामू जिले के एक उग्रवाद प्रभावित थाना में थानेदार के रूप में पदस्थापित जयगोविंद नाथ मुंडा ने कहा, वह ईमानदार हैं.

उन्होंने अपने सेवाकाल में कभी किसी से कोई रुपया नहीं लिया. इस पर सलाहकार ने पलामू एसपी ने पूछा कि यह बात सही है. एसपी ने कहा, हां दारोगा ईमानदार हैं. मीटिंग में किसी अन्य पुलिस अधिकारी ने ऐसा दावा नहीं किया. तब सलाहकार ने एसपी से कहा ईमानदार दारोगा को पुरस्कृत करने की जरूरत है.

सुनायी वाल्मीकि की कहानी

सलाहकार ने सभी को महर्षि वाल्मीकि की कहानी सुनायी. सलाहकार ने कहा, कैसे रत्नाकर अंगुली माल डाकू बन गया. उसने जम कर लूटपाट की, लेकिन कोई उसके पाप में कोई हिस्सेदार नहीं मिला. बाद में डाकू अंगुलीमाल को प्रेरणा मिली और वह बाल्मिकी बन गया. पुलिस का आचरण भी बाल्मिकी की तरह होना चाहिए.

पुलिस बल की कमी है

बैठक में सभी एसपी ने कहा कि उनके जिले में बल की कमी है. पुलिस कर्मियों को रहने की उचित सुविधा नहीं है. चौका में एक ट्रैफिक थाना बनाये जाने की आवश्यकता है. पुलिस के पास अभियान और दूसरे कार्यो के लिए फंड की भी कमी है. इसके लिए अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं की मांग की गयी. सलाहकार ने उनकी समस्याओं को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया. सलाहकार ने सभी पुलिस अधिकारियों को ईमानदारी से काम करने की शपथ भी दिलायी.

कई थानेदार लेट से आये

10 बजे से 11 बजे के बीच 10 इंस्पेक्टर और दारोगा आये, लेकिन वे बैठक में शामिल नहीं हुए. उन्होंने अपना समय कैंटिन में बिताया.

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