रबी की बुआई पर संकट, किसान परेशान
नगरऊंटारी (गढ़वा). विगत दो वर्ष से अच्छी बारिश नहीं होने के कारण पूरे क्षेत्र में खरीफ की फसल प्रभावित हो चुकी है. इस वर्ष भी पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण खरीफ फसल पूरी तरह प्रभावित हुई, वहीं रबी फसल की बुआई पर संकट है. पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण नदी, आहर, तालाब व […]
नगरऊंटारी (गढ़वा). विगत दो वर्ष से अच्छी बारिश नहीं होने के कारण पूरे क्षेत्र में खरीफ की फसल प्रभावित हो चुकी है. इस वर्ष भी पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण खरीफ फसल पूरी तरह प्रभावित हुई, वहीं रबी फसल की बुआई पर संकट है. पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण नदी, आहर, तालाब व कुओं में भी पर्याप्त पानी नहीं है. जहां नदियों व कुओं में थोड़ा-बहुत पानी है, वहां किसान किसी तरह खेतों की सिंचाई कर रबी फसल की बुआई कर रहे हैं, लेकिन जहां सिंचाई की सुविधा नहीं है वहां के किसान मायूस है. खरीफ फसल के मारे जाने व रबी फसल के बुआई नहीं होने से किसान परेशान हैं. अकाल की भयावहता की आशंका से किसान पूरी तरह से टूट चुके हैं. गांवों में मजदूरों को नहीं मिल रहा है काम ग्रामीण मजदूरों को गांव में काम नहीं मिल रहा है, जिसके कारण मजदूरों के समक्ष आजीविका चलाने का संकट उत्पन्न हो गया है. ग्रामीण मजदूरों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही मनरेगा पूरी तरह फेल हो चुका है. मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया. ग्रामीण मजदूर रोजी-रोटी के तलाश में पलायन कर रहे हैं. प्रत्येक दिन सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में ग्रामीण मजदूरों व युवकों को रोजगार की तलाश में जाते रेलवे स्टेशन पर देखा जा सकता है. वहीं बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला व पुरुष मजदूर धन कटनी के लिए बिहार के क्षेत्रों में पलायन कर रहे हैं.