‘हृदय’ से सात शहरों में ऐतिहासिक इमारतों की तसवीर बदलेगी

नयी दिल्ली. शहरी विकास मंत्रालय अपनी योजना विरासत शहर विकास और उन्नति योजना (हृदय) को सात प्राचीन शहरों में लागू करेगा. इसमें वाराणसी, अजमेर और गया शामिल हैं. मंत्रालय इस योजना से ऐतिहासिक इमारतांे की बेहतरी और वहां पर ठोस आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही 500 करोड़ की अपनी योजना शुरू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2014 4:01 PM

नयी दिल्ली. शहरी विकास मंत्रालय अपनी योजना विरासत शहर विकास और उन्नति योजना (हृदय) को सात प्राचीन शहरों में लागू करेगा. इसमें वाराणसी, अजमेर और गया शामिल हैं. मंत्रालय इस योजना से ऐतिहासिक इमारतांे की बेहतरी और वहां पर ठोस आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही 500 करोड़ की अपनी योजना शुरू करनेवाला है. योजना का उद्देश्य विरासत शहरों के संरक्षण के दृष्टिकोण मंे व्यापक परिवर्तन लाना है. विरासत शहर विकास और उन्नति योजना (हृदय) को सात प्राचीन शहरों में लागू किया जायेगा. योजना का लक्ष्य सांस्कृतिक समृद्धता और पर्यटन के बीच प्रभावी संबंध बनाना है. विरासत स्थलों को अपनाते हुए उनका विकास, ऐतिहासिक इमारतों की मरम्मत और वहां पर ठोस आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है. ताकि सभी हितधारकों की जिंदगी को उससे जोड़ा जा सके. इस योजना के तहत जिन अन्य शहरों को अपनाया जाना है उनमें अमृतसर, मथुरा के अलावा तमिलनाडु के कांचीपुरम और वेलंकन्नी शामिल हैं.

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