नेताजी से जुड़ी जानकारी चाहनेवाली भाजपा की सरकार अब कह रही है ना
नयी दिल्ली. भाजपा नीत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के रहस्यमय तरीके से लापता होने और इससे संबंधित मामलों में करीब 39 गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया है, जबकि भाजपा के विपक्ष में रहते उसके वरिष्ठ नेताओं ने ही इन्हें सार्वजनिक करने की मांग की थी. जनवरी में आम चुनाव […]
नयी दिल्ली. भाजपा नीत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के रहस्यमय तरीके से लापता होने और इससे संबंधित मामलों में करीब 39 गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया है, जबकि भाजपा के विपक्ष में रहते उसके वरिष्ठ नेताओं ने ही इन्हें सार्वजनिक करने की मांग की थी. जनवरी में आम चुनाव प्रचार के दौरान तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अपनी कटक यात्रा के समय नेताजी की 117वीं जयंती के मौके पर मांग की थी कि संप्रग सरकार उनसे जुड़े रिकॉर्ड को सार्वजनिक करे. कटक नेताजी का जन्मस्थान है. सिंह अब केंद्रीय गृहमंत्री हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय ने हाल ही में एक आरटीआइ अर्जी के जवाब में स्वीकार किया था कि बोस से जुड़ी 41 फाइलें हैं जिनमें से दो गोपनीय की सूची में नहीं हैं. हालांकि, पीएमओ ने पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकार जैसी स्थिति अपनाते हुए इसे देने से मना कर दिया. आरटीआइ कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल को दिये जवाब में पीएमओ ने कहा, ‘इन फाइलों में दर्ज दस्तावेजों के खुलासे से दूसरे देशों के साथ रिश्ते प्रतिकूल तरीके से प्रभावित होंगे. इन फाइलों को सूचना के अधिकार कानून की धारा 8 (1) के साथ धारा 8 (2) के तहत सार्वजनिक किये जाने से छूट प्राप्त है.’