भारत से हथियारों की आपूर्ति में देर से अफगानिस्तान नाराज
काठमांडू. सैन्य साजो सामान की आपूर्ति में भारत के देर किये जाने पर अफगानिस्तान ने नाराजगी जतायी है, क्यांेकि इस मुल्क मंे अमेरिका नीत नाटो सैनिकों की वापसी से पहले तालिबान के हमले तेज हो गये हैं. भारत की प्रति अफगानितस्तान की नयी सरकार की नीति का संकेत देते हुए अफगान राष्ट्रपति के सलाहकार दाउद […]
काठमांडू. सैन्य साजो सामान की आपूर्ति में भारत के देर किये जाने पर अफगानिस्तान ने नाराजगी जतायी है, क्यांेकि इस मुल्क मंे अमेरिका नीत नाटो सैनिकों की वापसी से पहले तालिबान के हमले तेज हो गये हैं. भारत की प्रति अफगानितस्तान की नयी सरकार की नीति का संकेत देते हुए अफगान राष्ट्रपति के सलाहकार दाउद सुल्तानजॉय ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध पारस्परिक आदान प्रदान पर आधारित हैं. क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए नयी दिल्ली एक अहम भूमिका निभा सकता है. यह पूछे जाने पर कि क्या अफगानिस्तान अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूती देने में देर होने से परेशान है, जवाब में उन्होंने कहा, ‘स्वभाविक रूप से जब हम भारत जैसे अपने दोस्तो से सहयोग चाहते हैं. उसमें देर होने से देश मंे प्रगति, उत्पादकता तथा आर्थिक प्रगति प्रभावित होती है तो उससे शून्य पैदा होता है. यह शून्य हिंसा और वंचना का मार्ग प्रशस्त करता है.’ अफगानिस्तान फिर से सिर उठा रहे तालिबान से मुकाबले के लिए अपनी सेना में नयी जान फूंकने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि नाटो बल 13 साल की लड़ाई के बाद 31 दिसंबर तक वापस जानेवाला है. विदेशी सैनिकों की वापसी के बाद करीब 12,000 नाटो बल अफगान बलों की सहायता करना जारी रखेंगे.