पंचायत को निजी संपत्ति मानती हैं मुखिया

रांची: टाटीसिलवे स्थित टाटी पूर्वी पंचायत की मुखिया किरण पाहन पर पंचायत प्रतिनिधियों ने निरंकुश व लापरवाह होने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि मुखिया पंचायत भवन को अपनी निजी संपत्ति मानती हैं. सार्वजनिक काम के लिए भी वह चाबी नहीं देती. तमाम सरकारी पत्र व कागजात उनके घर पर ही आते हैं, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:54 PM

रांची: टाटीसिलवे स्थित टाटी पूर्वी पंचायत की मुखिया किरण पाहन पर पंचायत प्रतिनिधियों ने निरंकुश व लापरवाह होने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि मुखिया पंचायत भवन को अपनी निजी संपत्ति मानती हैं.

सार्वजनिक काम के लिए भी वह चाबी नहीं देती. तमाम सरकारी पत्र व कागजात उनके घर पर ही आते हैं, जिससे पंचायत प्रतिनिधियों को किसी बात की जानकारी नहीं मिलती. अभी तीन दिन पहले आधार कार्ड बनाने आयी टीम दिन भर पंचायत भवन के बाहर बैठी रही. बाद में दूसरी जगह उसे एक कमरा उपलब्ध कराया गया. प्रतिनिधियों का कहना है कि कार्यकारिणी की बैठक हर माह होनी चाहिए, लेकिन पंचायत में गत तीन माह से यह बैठक नहीं हुई है.

यही वजह है कि रांची के सभी प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों के लिए पीसीसी पथ, चेक डैम व कल्वर्ट निर्माण जैसी कई विकास योजनाओं को मंजूरी मिली है, लेकिन सूची में टाटी पूर्वी की कोई स्कीम नहीं है. मनरेगा के तहत भी पंचायत में कोई कार्य नहीं हुआ है. इधर तेज बारिश के दौरान पंचायत भवन में पानी भर जाता है. इसकी साफ-सफाई नहीं होती.

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