संत फ्रांसिस जेवियर का पर्व आज

फोटो ट्रैक संवाददाता, रांची मसीही विश्वासी तीन दिसंबर को सोसाइटी ऑफ जीसस के सह संस्थापक संत फ्रांसिस जेवियर (सात अप्रैल 1506- तीन दिसंबर 1552) का पर्व मनायेंगे. उनका जन्म नवारे के जेवियर प्रांत (वर्तमान स्पेन) में हुआ था. उन्होंने अपने कार्यकाल का लंबा समय एशिया में बिताया. भारत में भी सुसमाचार प्रचार किया. वह जापान, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2014 8:02 PM

फोटो ट्रैक संवाददाता, रांची मसीही विश्वासी तीन दिसंबर को सोसाइटी ऑफ जीसस के सह संस्थापक संत फ्रांसिस जेवियर (सात अप्रैल 1506- तीन दिसंबर 1552) का पर्व मनायेंगे. उनका जन्म नवारे के जेवियर प्रांत (वर्तमान स्पेन) में हुआ था. उन्होंने अपने कार्यकाल का लंबा समय एशिया में बिताया. भारत में भी सुसमाचार प्रचार किया. वह जापान, बोर्नियो, मलाकू टापू व अन्य क्षेत्रों में भी गये, जहां उनसे पहले कोई मिशनरी नहीं गया था. वह चीन जाना चाहते थे, पर रास्ते में शानचुआन टापू में ही उनकी मृत्यु हो गयी. पोप पंचम ने 25 अक्तूबर 1619 को उन्हें धन्य घोषित किया. पोप ग्रेगोरी 15वें ने 12 मार्च 1622 को उन्हें संत का दर्जा दिया. छोटानागपुर आने वाले प्रथम रोमन कैथोलिक मिशनरी,जेसुइट फादर ऑगस्ट स्टॉकमैन थे, जो 25 नवंबर 1868 को चाईबासा पहुंचे. इस क्षेत्र में शिक्षा के प्रसार में सोसाइटी ऑफ जीसस ने अहम भूमिका निभायी है. वर्तमान में एक्सआइएसएस, संत जेवियर्स कॉलेज, संत जेवियर्स स्कूल, संत जॉन स्कूल, प्रभात तारा स्कूल समेत कई शिक्षण संस्थान चलाये जा रहे हैं.

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