सरकारी व्यवस्था से नाराज से दिखे मतदान कर्मी
(तसवीर है : ट्रैक पर ) वाहन के अभाव में पैदल तीन किमी से अधिक चल कर पहुंचे मतदान केंद्र – मतदान केंद्रों पर नहीं थी कोई व्यवस्था पीने के पानी व शौचालय की भी सुविधा नहीं थी वरीय संवाददाता, रांची विधानसभा चुनाव में मतदान कर्मियों के लिए प्रशासन की ओर से की गयी व्यवस्था […]
(तसवीर है : ट्रैक पर ) वाहन के अभाव में पैदल तीन किमी से अधिक चल कर पहुंचे मतदान केंद्र – मतदान केंद्रों पर नहीं थी कोई व्यवस्था पीने के पानी व शौचालय की भी सुविधा नहीं थी वरीय संवाददाता, रांची विधानसभा चुनाव में मतदान कर्मियों के लिए प्रशासन की ओर से की गयी व्यवस्था से मतदान कर्मी काफी नाराज थे. उन्होंने कहा कि प्रतिनियुक्ति के समय कहा गया था कि किसी भी मतदानकर्मी को कोई परेशानी नहीं होगी. ठंड से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था रहेगी, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं दिखी.अधिकतर ग्रामीणों क्षेत्रों के मतदान केंद्र में न तो पीने के पानी की समुचित व्यवस्था थी, ना ही शौचालय की सुविधा थी. मतदान कर्मियों के ठहरने की व्यवस्था सरकारी स्कूलों में की गयी थी. जहां अधिकतर जगहों पर पानी, शौचालय, सोने के लिए बेड व ठंड से बचने के लिए अलाव आदि की व्यवस्था नहीं थी.इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में भोजन के लिए भी उन्हें काफी परेशानी हुई. उन्होंने कहा कि घर से लेकर आये भोजन पर ही गुजारा किया. मतदान पदाधिकारी टीबी लकड़ा ने कहा कि हमलोग मांडर चौक से कांदरी बूथ तक पैदल ही आये व गये. विद्यालय परिसर में कोई व्यवस्था नहीं थी. शौचालय आदि का बूरा हाल था. पीने के लिए हमलोग अपना पानी लेकर आये थे, उसे ही पीकर गुजारा किया. मतदान पदाधिकारी सोना लाल महतो व रविंद्र सिंह ने कहा कि बूथों पर व्यवस्था होनी चाहिए थी, ताकि परेशानी न हो. एक ओर व्यवस्था का अभाव, दूसरी ओर हमलोगों को गांव से पैदल ही मांडर चौक तक आना पड़ा. वहीं मतदान के लिए गये पुलिसकर्मी भी जैसे-तैसे घर लौटे.