समाज निर्माण का दिन बनाना होगा : सौरभ
सौरभ अग्रवाल, वाइस प्रेसिडेंट, इंफिनिटीमहाराष्ट्र, हरियाणा में एक चरण और झारखंड और जम्मू कश्मीर में पांच-पांच चरणों में मतदान यह दर्शाता है कि एक देश एक केंद्र सरकार के बाद भी राज्यों में आर्थिक, सामाजिक व कानून व्यवस्था की स्थिति कैसी है. झारखंड में हालात बदतर हैं, पर जिम्मेवार कौन है साबित करना मुश्किल है. […]
सौरभ अग्रवाल, वाइस प्रेसिडेंट, इंफिनिटीमहाराष्ट्र, हरियाणा में एक चरण और झारखंड और जम्मू कश्मीर में पांच-पांच चरणों में मतदान यह दर्शाता है कि एक देश एक केंद्र सरकार के बाद भी राज्यों में आर्थिक, सामाजिक व कानून व्यवस्था की स्थिति कैसी है. झारखंड में हालात बदतर हैं, पर जिम्मेवार कौन है साबित करना मुश्किल है. 14 सालों का लेखा-जोखा किसी के पास नहीं है. एक बार फिर स्थिर सरकार के गठन का मौका आया है. रोजगार, व्यवसाय होंगे, तो नक्सल व अपराध स्वत: समाप्त होगा. आर्थिक स्थित सुधरेगी तो सामाजिक विषमता दूर होगी. हमारे यहां पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावना है. पर्यटन से सरकार को राजस्व मिलेगा. लोगों को भी रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. पलायन भी रूकेगा. झारखंड में उद्योग-धंधों के लिए भी अच्छी संभावना है. स्थिर सरकार बनी तो इन सभी क्षेत्रों में सकारात्मक कदम उठाये जा सकेंगे. इसके लिए हमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान करना होगा. खुद तो वोट देने जाना ही है, अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को भी मतदान के लिए प्रोत्साहित कर ले जाने की जरूरत है. वोटिंग के दिन को छुट्टी का दिन न बना कर समाज निर्माण का दिन बनाना होगा.