पीएचइडी के पूर्व अभियंता प्रमुख के खिलाफ निगरानी जांच पूरी
निगरानी ब्यूरो ने लोकायुक्त के पास भेजी जांच रिपोर्ट आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप सही पाया गयारांची. लोकायुक्त के निर्देश पर निगरानी ब्यूरो ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के पूर्व अभियंता प्रमुख सज्जाद हसन के खिलाफ जांच पूरी कर ली है. प्रारंभिक जांच में निगरानी ने सज्जाद हसन पर आय से अधिक […]
निगरानी ब्यूरो ने लोकायुक्त के पास भेजी जांच रिपोर्ट आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप सही पाया गयारांची. लोकायुक्त के निर्देश पर निगरानी ब्यूरो ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के पूर्व अभियंता प्रमुख सज्जाद हसन के खिलाफ जांच पूरी कर ली है. प्रारंभिक जांच में निगरानी ने सज्जाद हसन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप सही पाया है. जांच से संबंधित रिपोर्ट निगरानी ने लोकायुक्त के पास भेज दी है. इस मामले में लोकायुक्त को निर्णय लेना है. निगरानी के अधिकारियों के अनुसार जांच के दौरान सज्जाद हसन से आय व्यय से संबंधित ब्योरा मांगा गया था. जिसकी जांच के दौरान निगरानी ने पाया कि सज्जाद हसन ने अपनी आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है. उल्लेखनीय है कि संजीव कुमार ने लोकायुक्त के पास वर्ष, 2012 में लिखित शिकायत की थी. आरोप लगाया था कि पीएचइडी के अभियंताओं ने उनसे रिश्वत मांगी थी. जब उन्होंने रिश्वत देने से इनकार किया, तब उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया. अभियंताओं पर यह भी आरोप है कि उन्होंने डीटी, जेपीटी तथा एचवाइडीटी बोरिंग में गड़बड़ी की. साथ ही महगावा प्लांट के अंदर लगे सागवान के पेड़ को अवैध ढंग से कटवा दिया. इस मामले में लोकायुक्त ने अभियंताओं के खिलाफ जांच का आदेश दिया. निगरानी ने रिटायर्ड अभियंता प्रमुख सज्जाद हसन, तत्कालीन मुख्य अभियंता सावेंदु नारायण और तत्कालीन कार्यपालक अभियंता शंकर पासवान के खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू की. निगरानी में अभियंता सावेंदु नारायण और शंकर पासवान के खिलाफ पहले से ही जांच चल रही है. दोनों मामलों में आरोप सामान्य होने की वजह से एक दूसरे में समाहित कर दिया गया.