नाबालिग लड़की से मारपीट करने व बंधक बनाने का आरोप में कोचिंग संचालिका गिरफ्तार

रांची : लालपुर थाना की पुलिस ने घरेलू काम नहीं करने पर नाबालिग लड़की के साथ मारपीट करने के आरोप में कोचिंग संचालिका आशा वर्मा को गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उसकी गिरफ्तारी आदिवासी हॉस्टल के समीप स्थित घर से हुई. महिला की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर सिटी डीएसपी सनत सोरेन लालपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2014 3:59 AM

रांची : लालपुर थाना की पुलिस ने घरेलू काम नहीं करने पर नाबालिग लड़की के साथ मारपीट करने के आरोप में कोचिंग संचालिका आशा वर्मा को गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उसकी गिरफ्तारी आदिवासी हॉस्टल के समीप स्थित घर से हुई. महिला की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर सिटी डीएसपी सनत सोरेन लालपुर थाना पहुंचे.

नाबालिग लड़की ने पूछताछ में बताया कि वह आशा वर्मा के घर का काम नहीं करती थी. इस पर आशा वर्मा उस पर चोरी का आरोप लगा कर पीटती थी. यही नहीं, एक बार उसकी दांत तक उखाड़ दी गयी थी. नाबालिग ने यह बताया कि दांत उखाड़ने के बाद उसे डॉक्टर के पास ले जाकर नकली दांत लगवाया गया था. डीएसपी ने पाया कि नाबालिग की एक दांत नकली है.

नाबालिग की मां आशा पुनीता एक्का और पीड़ित लड़की ने डीएसपी को बताया कि जब नाबालिग काम करने का विरोध करती और घर से बाहर जाना चाहती थी, तब उसे रस्सी से बांध कर कमरे में बंद कर दिया था. आशा पुनीता एक्का ने भी बताया कि जब वह अपनी बच्ची को लेने आशा वर्मा के पास जाती थी, तब उसे भी यह धमकी दी जाती थी कि अगर वह अपनी बेटी को घर ले जायेगी, तब उसे चोरी के केस में फंसा देगी. आशा वर्मा का कहना है कि उसने बच्ची को मारा-पीटा नहीं है और ना ही उसके दांत नहीं उखाड़े थे. नकली दांत भी नहीं लगवाया था. बच्ची और उसकी मां गलत आरोप लगा रही हैं.

उल्लेखनीय है कि मामले की जानकारी कुम्हार टोली निवासी आशा पुनीता एक्का ने बुधवार को लालपुर पुलिस को जानकारी दी थी. पुलिस को बताया था कि उसकी 13 वर्षीय बेटी को आदिवासी हॉस्टल के समीप रहने वाली आशा वर्मा घर के छोटे-मोटे काम कराने के लिए जून 2013 में अपने घर ले गयी थी. बाद में पुनीता एक्का को जानकारी मिली कि आशा वर्मा उसकी बेटी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने बच्ची को आशा वर्मा के घर से मुक्त करवाया था. पुनीता एक्का ने बताया कि आशा वर्मा का हरिओम टावर में एक कोचिंग सेंटर है. जहां काम करने के दौरान उसकी पहचान आशा वर्मा से हुई थी.

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