इपीएफओ बोर्ड 19 को करेगा निवेश प्रस्ताव पर चर्चा
नयी दिल्ली. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) छह लाख करोड़ रुपये से अधिक के कोष में से कुछ हिस्सा इक्विटी में निवेश करने के प्रस्ताव पर 19 दिसंबर को अपने न्यासियों के साथ होने वाली बैठक में चर्चा करेगा. श्रम मंत्री बंडारु दत्तात्रेय ने कहा, ‘हम अगली बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.’ वह […]
नयी दिल्ली. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) छह लाख करोड़ रुपये से अधिक के कोष में से कुछ हिस्सा इक्विटी में निवेश करने के प्रस्ताव पर 19 दिसंबर को अपने न्यासियों के साथ होने वाली बैठक में चर्चा करेगा. श्रम मंत्री बंडारु दत्तात्रेय ने कहा, ‘हम अगली बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.’ वह इपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) के प्रमुख भी हैं. 19 दिसंबर को होने वाली सीबीटी की 205वीं बैठक के लिए जारी एजेंडे के अनुसार न्यासी बदले आर्थिक परिदृश्य में निवेश चुनौतियों पर चर्चा करेंगे. हाल ही में ईपीएफओ के एक तबके ने कोष का एक हिस्सा लाभ कमाने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों में निवेश किये जाने का समर्थन किया था. वित्त मंत्रालय रिटर्न को अधिकतम करने के लिये ईपीएफओ कोष का कुछ हिस्सा इक्विटी बाजार में निवेश करने की वकालत करता रहा है. इपीएफओ के पांच करोड़ अंशधारक हैं. उसने 2013-14 में भविष्य निधि जमा पर 8.75 प्रतिशत ब्याज दिया था. हाल ही में सीबीटी ने चालू वित्त वर्ष में भी इसी दर को बरकरार रखने का फैसला किया है.