स्टेफनी गिबाउड काले धन पर भारत की मदद को तैयार
एजेंसियां, नयी दिल्लीयूबीएस फ्रांस बैंक की पूर्व पब्लिक रिलेशंस ऑफिसर स्टेफनी गिबाउड काले धन के मामले पर भारत सरकार की मदद करने को राजी हो गयी हैं. उन्होंने एक भारतीय न्यूज चैनल से बातचीत में यह इच्छा जाहिर की है. हाल ही में यूबीएस फ्रांस बैंक पर फ्रांस के धनी लोगों को काला धन छिपाने […]
एजेंसियां, नयी दिल्लीयूबीएस फ्रांस बैंक की पूर्व पब्लिक रिलेशंस ऑफिसर स्टेफनी गिबाउड काले धन के मामले पर भारत सरकार की मदद करने को राजी हो गयी हैं. उन्होंने एक भारतीय न्यूज चैनल से बातचीत में यह इच्छा जाहिर की है. हाल ही में यूबीएस फ्रांस बैंक पर फ्रांस के धनी लोगों को काला धन छिपाने में मदद करने के आरोप में एक अरब यूरो से ज्यादा का जुर्माना लगाया गया था. इस मामले में गिबाउड ने अहम भूमिका निभायी थी.गिबाउड ने एक भारतीय समाचार चैनल को बताया कि काला धन छिपाने के लिए दुनियाभर के लोगों की मदद करने वाले बड़े-बड़े बैंक भारत में अपना व्यापार बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. गिबाउड ने कहा है, मिसाल के तौर पर यूबीएस का मार्केटिंग केंद्र अब मंुबई में है. मैं भारतीय जांचकर्ताओं को बहुत अच्छी तरह समझा सकती हूं कि ग्राहकों तक पहंुचने के लिए क्या रणनीति बनायी जाती है और उनसे कैसे बात की जाती है.बैंक में अपने काम के बारे में भी गिबाउड ने कई खुलासे किये. उन्होंने बताया कि उनका काम अमीर ग्राहकों के लिए ऐसी चीजें हासिल करना था जिन्हें पैसे से नहीं खरीदा जा सकता, जैसे किसी ऐसे कॉन्सर्ट के टिकट जो महीनों पहले हाउस फुल हो चुका है. काम शुरू करने के नौ साल बाद 2008 में गिबाउड को अहसास हुआ कि वह दरअसल ऐसे इवेंट्स आयोजित कर रही थीं जिनका इस्तेमाल फ्रांस के अमीर लोगों की स्विस बैंकों के अधिकारियों से मीटिंग के लिए हो रहा था.