भारत-रूस करेंगे एफजीएफए पर चर्चा
एजेंसियां, नयी दिल्लीरूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इस सप्ताह होनेवाली भारत यात्रा से पूर्व दोनों देश बहुत लंबे समय से अटकी अरबों डालर की ‘पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (एफजीएफए) परियोजना’ पर मतभेदों को दूर करने के लिए मंगलवार को महत्वपूर्ण वार्ता करेंगें. रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारत और रूस के अधिकारियों के बीच […]
एजेंसियां, नयी दिल्लीरूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इस सप्ताह होनेवाली भारत यात्रा से पूर्व दोनों देश बहुत लंबे समय से अटकी अरबों डालर की ‘पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (एफजीएफए) परियोजना’ पर मतभेदों को दूर करने के लिए मंगलवार को महत्वपूर्ण वार्ता करेंगें. रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारत और रूस के अधिकारियों के बीच यह वार्ता आयोजित की जा रही है, क्योंकि दोनों देश एफजीएफए पर आगे बढ़ने के इच्छुक हैं. पुतिन के बुधवार को नयी दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम है. हालांकि, कई मुद्दे हैं जिन पर दोनों देशों के बीच कोई आम सहमति नहीं बनी है. सूत्रों ने बताया कि पुतिन की यात्रा के दौरान संबंधित करार पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना नहीं है. सूत्रों ने बताया, ‘कुछ मुद्दे बने हुए हैं. पहले भी बातचीत हुई थी, लेकिन अभी तक कुछ ठोस निकल कर सामने नहीं आया है. वार्ता का एक और दौर नौ दिसंबर को होगा.’ इस समय दोनों देशों के बीच फाइनल डिजाइन तथा शोध और विकास करारों पर बातचीत चल रही है. एफजीएफए पर प्रारंभिक डिजाइन समझौता एचएएल और रूसी सुखोई डिजाइन ब्यूरो के बीच 2010 में हस्ताक्षरित किया गया था, जिसके तहत दोनों देशों द्वारा इस्तेमाल किये जानेवाले जेट का निर्माण करना था. लेकिन शोध और विकास संबंधी अंतिम करार 2012 में हस्ताक्षरित होना था, लेकिन इसे अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है. इस करार से प्रोटोटाइप विकास और उड़ान परीक्षणों का रास्ता साफ होगा.