2…दर्जनों गांव धूलकण की जद में
चंदवा. प्रखंड के दर्जनों गांव कोयले की धूलकण की जद में हैं. करीब 25 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं. शहर की लाइफ लाइन अलौदिया नाला का जल भी प्रदूषित हो रहा है. वहीं जगराहा डैम का अस्तित्व खतरे में है. चंदवा, टुढ़ामु, अलौदिया, कामता, सरलाही, रूद, भुसाड़ गांव बुरी तरह प्रभावित हैं. टोरी रेलवे […]
चंदवा. प्रखंड के दर्जनों गांव कोयले की धूलकण की जद में हैं. करीब 25 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं. शहर की लाइफ लाइन अलौदिया नाला का जल भी प्रदूषित हो रहा है. वहीं जगराहा डैम का अस्तित्व खतरे में है. चंदवा, टुढ़ामु, अलौदिया, कामता, सरलाही, रूद, भुसाड़ गांव बुरी तरह प्रभावित हैं. टोरी रेलवे स्टेशन पर खड़ा होना मुश्किल है. क्षेत्र में यह पहला साइडिंग है, जो शहर व स्टेशन यार्ड के इतना नजदीक है. यहां पर्यावरण नीति का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है. इसके खिलाफ आम जन संघर्ष के लिए लामबंद हो रहे हैं.