झारखंड में कोरोना के 22 मरीज वेंटिलेटर पर, 23 ऑक्सीजन पर, कोविड19 के 65 प्रतिशत मामलों का कनेक्शन बिहार या बंगाल से : स्वास्थ्य सचिव

jharkhand news, Ranchi News, Coronavirus in Jharkhand, West Bengal, Bihar, Nitin Madan Kulkarni: रांची : झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के 23 मरीजों को ऑक्सीजन पर रखा गया है. 22 मरीजों की हालत बेहद गंभीर है. इन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. अति गंभीर मरीजों में 17 पूर्वी सिंहभूम के, 4 हजारीबाग के और एक मरीज सरायकेला का है. सरायकेला का मरीज जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती है. डॉ कुलकर्णी ने सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2020 10:22 PM

रांची : झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के 23 मरीजों को ऑक्सीजन पर रखा गया है. 22 मरीजों की हालत बेहद गंभीर है. इन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. अति गंभीर मरीजों में 17 पूर्वी सिंहभूम के, 4 हजारीबाग के और एक मरीज सरायकेला का है. सरायकेला का मरीज जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती है. डॉ कुलकर्णी ने सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी.

डॉ कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में 4,689 एक्टिव मरीज हैं, जिसमें से 4,050 एसिम्पटोमैटिक हैं. यानी इनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं है. 58 मरीजों में कोई न कोई लक्षण है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब जितने कोरोना के मामले आ रहे हैं, उनमें 65 प्रतिशत मरीजों का कनेक्शन बिहार या बंगाल से है. यानी मरीजों की इन राज्यों की ट्रैवल हिस्ट्री है. या तो मरीज बाहर से होकर आया है या उसका कोई रिश्तेदार इन दोनों राज्यों में से किसी एक राज्य से आया है.

श्री कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में अब तक कोरोना के 8,479 केस मिल चुके हैं, जिसमें एक्टिव मरीजों की संख्या 4,689 है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि कई मामलों में तो लोग कोरोना पॉजिटिव मरीज को भी बिहार से झारखंड ले आये हैं. उनका कहना है कि बिहार की तुलना में यहां बेहतर इलाज होगा, इसलिए मरीज को झारखंड ले आये. ऐसे कुछ मामलों की शिकायत मिली है. विभाग इसकी जांच कर रहा है.

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लॉकडाउन में छूट और लोगों के मूवमेंट से बढ़ा संक्रमण

नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि 30 जून तक के लॉकडाउन के बाद दी गयी ढील के कारण लोगों का मूवमेंट बढ़ने से संक्रमण तेजी से बढ़ा है. राज्य में संक्रमण का ग्रोथ रेट बढ़ा है. 30 जून के बाद ग्रोथ रेट जहां 6.1 प्रतिशत हो गया है, वहीं डबलिंग रेट एक तिहाई पर आ गया है. 30 जून को डबलिंग रेट 37 दिन था, जो अब 11.7 दिन पर आ गया है. यह चिंता का विषय है. हमें सजग रहने की जरूरत है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहना है.

उन्होंने कहा संक्रमण के मामले में हजारीबाग 5.66 प्रतिशत पॉजिटिविटी के साथ नंबर वन पर है, जबकि रांची 4.7 के साथ दूसरे स्थान पर है. डॉ कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में मरीजों के लिए पर्याप्त बेड हैं. खेलगांव में मंगलवार को मुख्यमंत्री 500 बेड की सुविधा का उदघाटन करेंगे. उसके अलावा विस्थापित कॉलोनी में 2,100 बेड बनाये गये हैं. रांची होटलों में 93 कमरे रखे गये हैं. इसके अलावा हजारीबाग में 980, धनबाद में 260, जमशेदपुर में 750 अतिरिक्त बेड बनाये जा रहे हैं.

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रिम्स में 28 जुलाई से प्लाजा थेरेपी का शुभारंभ

उन्होंने बताया कि रांची में बनाये गये कोविड केयर सेंटर के लिए 25 अतिरिक्त पीजी डॉक्टर को पदस्थापित किया गया है. उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 6,922 नॉर्मल आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गयी है. इनमें से डेडिकेटेड कोविड के 2,411 बेड उपलब्ध हैं. इसमें 1,956 ऑक्सीजन सपोर्टेड तथा 58 वेंटिलेंटर सपोर्टेड बेड उपलब्ध हैं. राज्य में कुल 270 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि मंगलवार को रिम्स में प्लाज्मा थेरापी से इलाज का शुभारंभ होगा. फिर टीएमएच जमशेदपुर में और अन्य जगहों पर भी इसकी शुरुआत की जायेगी.

Posted By : Mithilesh Jha

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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