तीन साल हो गये, नहीं हुई सेवा संपुष्टि
रांची: पहले व दूसरे जेपीएससी की गड़बड़ी की सजा थर्ड बैच के राप्रसे अफसरों को मिल रही है. तीन साल की सेवा हो जाने के बाद भी उनकी सेवा संपुष्टि नहीं हो रही है. इससे उनका प्रमोशन बाधित हो रहा है. इतना ही नहीं उनका वार्षिक वेतन वृद्धि भी नहीं हो रहा है. सरकार के […]
रांची: पहले व दूसरे जेपीएससी की गड़बड़ी की सजा थर्ड बैच के राप्रसे अफसरों को मिल रही है. तीन साल की सेवा हो जाने के बाद भी उनकी सेवा संपुष्टि नहीं हो रही है. इससे उनका प्रमोशन बाधित हो रहा है. इतना ही नहीं उनका वार्षिक वेतन वृद्धि भी नहीं हो रहा है. सरकार के स्तर पर इसे लटका कर रखा गया है. इसका असर इस बैच के अफसरों के कैरियर पर पड़ रहा है.
क्यों हो रहा ऐसा : थर्ड जेपीएससी के तहत राप्रसे के 168 अफसरों की नियुक्ति 2010 में हुई थी. सामान्य रूप में सारी आहत्र्ता पूरी करने पर दो साल की नौकरी में उनकी सेवा संपुष्टि हो जाती है. इसके बाद वे कालावधि प्रोन्नति व वेतन वृद्धि के योग्य हो जाते हैं.
पर इस मामले में सरकार विचार कर रही है कि अगर इनकी सेवा संपुष्टि कर दी जायेगी, तो उन्हें प्रोन्नति व वेतन वृद्धि का लाभ देना पड़ेगा. ऐसे में वे पहले व दूसरे जेपीएससी के अफसरों से वेतन व प्रोन्नति के मामले में सीनियर हो जायेंगे, क्योंकि पहले व दूसरे जेपीएससी के मामले की जांच चल रही है. उनकी सेवा संपुष्टि संभव नहीं है. पहले व दूसरे बैच के अफसरों से वे सीनियर न हो जायें, इसलिए मामले को लटका कर रखा गया है.
नहीं चल रही कोई जांच : तृतीय जेपीएससी में चयनित राप्रसे अफसरों के मामले की कोई जांच नहीं चल रही है. यह जांच से मुक्त है. न ही इसमें कोई विवाद है.
अफसर हो रहे प्रभावित : इस बैच के सारे अफसर प्रखंडों व अंचलों में पदस्थापित हैं. सेवा संपुष्टि नहीं होने से वे परेशान हैं, क्योंकि उनका कैरियर प्रभावित हो रहा है.