पाकिस्तान के पेशावर में आतंकवादियों ने आर्मी स्कूल को निशाना बनाया. इस दौरान दहशतगर्दो ने मासूम बच्चों को गोलियों से छलनी कर दिया. घटना में सौ से अधिक स्कूली बच्चों समेत करीब 145 लोगों की मौत हो गयी. इस घटना की राजधानी के विभिन्न मुसलिम संगठनों ने कड़ी निंदा की है. सभी का कहना है कि इस घटना से पाकिस्तान को सबक लेना चाहिए.
रांची: इदारे शरिया के नाजिमे आला मौलाना कुतुबद्दीन रिजवी ने कहा कि पाकिस्तान को पेशावर की घटना से सबक लेना चाहिए. उनके ही घर में पल बढ़ रहे आतंकी, अब घर को ही निशाना बना रहे हैं. अब पूरे विश्व को एकजुट होकर पाकिस्तान में पल बढ़ रहे आतंकियों को समाप्त करने की दिशा में पहल करनी चाहिए. पाकिस्तान को एक मौका दिया जाना चाहिए. यदि फिर भी नहीं सुधरे तो विश्व के मानचित्र से पाकिस्तान का नामो निशान हटा देना चाहिए.
दहशतगर्दी का मजहब नहीं : मुफ्ती अनवर : इमारते शरिया के मुफ्ती अनवर कासमी ने कहा कि दहशतगर्दी का कोई मजहब नहीं होता है. पाकिस्तान में घटित घटना कायरता व बर्बरता पूर्ण है. इस घटना की जितनी निंदा की जाय कम है.
घटना को पागलपन करार दिया: मो मुख्तार : अंजुमन इस्लामिया के महासचिव मो मुख्तार ने घटना को पागलपन करार दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अब भी सबक लेना चाहिए, अन्यथा वह अपने घर में बरबाद हो जायेगा.
घटना इंसानियत पर काला धब्बा
रांची: विभिन्न मुसलिम संगठनों की बैठक मंगलवार को मेन रोड स्थित तसलीम महल में हुई. बैठक में पेशावर में स्कूल के बच्चों पर आतंकी हमला और ऑस्ट्रेलिया के कैफे में घटी आतंकी घटना की कड़ी निंदा की गयी. बैठक मेंसभी ने कहा कि यह घटना इंसानियत पर काले धब्बे के समान है. लोगों ने कहा कि मानवता के इन दुश्मनों के साथ सख्ती से पेश आना चाहिए. ऐसे लोग इंसान नहीं हो सकते. सभ्य समाज में इनका कोई स्थान नहीं है. बैठक में झारखंड मुसलिम मजलिस ए मुशावरत के अध्यक्ष डॉ असलम परवेज, खिदमत के अध्यक्ष डॉ शाहनवाज कुरैशी, मरहबा ह्यूमन सोसाइटी के सचिव नेहाल अहमद, एसएम कंप्यूटर्स के मंजर इमाम, अलशफा सोसाइटी के शौकत, मुसलिम यूथ फोरम के मो फैजी, शम्स कमर लड्डन, डोरंडा गद्दी पंचायत के मो नसीम गद्दी, हुनर फाउंडेशन के सचिव तंजीम आलम सहित अन्य उपस्थित थे.
अंजुमन इसलामिया ने भी निंदा की : अंजुमन इसलामिया की बैठक में कहा गया कि धर्म के नाम पर इस तरह की हरकत और पागलपन शर्मनाक है जो सभ्य समाज के लिए चुनौती है. बैठक में मारे गये बच्चों की आत्मा की शांति के लिए दुआ की गयी. बैठक में अंजुमन के अध्यक्ष इबरार अहमद, महासचिव मोख्तार अहमद, संयुक्त सचिव मो नौशाद आदि उपस्थित थे.