कहीं स्वास्थ्य खराब न कर दे दूषित धुआं!

रांची: कोकर इंडस्ट्रीयल एरिया एवं उसके आसपास रहनेवाले लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है, क्योंकि यहां के लोग विगत पांच दिनों से दूषित वातावरण में जीने को विवश हैं. पूरे वातावरण में दूषित धुआं फैल गया है, जिससे लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो गया है. जल रहे टायर से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2014 12:58 AM

रांची: कोकर इंडस्ट्रीयल एरिया एवं उसके आसपास रहनेवाले लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है, क्योंकि यहां के लोग विगत पांच दिनों से दूषित वातावरण में जीने को विवश हैं. पूरे वातावरण में दूषित धुआं फैल गया है, जिससे लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो गया है.

जल रहे टायर से निकल रहा धुआं लोगों के घर में प्रवेश कर उन्हें परेशान कर रहा है. परेशान लोग किसी से शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि दमकल से पानी को बुझाने का प्रयास किया जा चुका है.

फायर ब्रिगेड ने की खानापूर्ति

टायर रिसोलिंग वर्कशॉप आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड को भेजा गया था, लेकिन आग को पूरी तरह नहीं बुझाया गया. रविवार की शाम पूरी तरह आग बुझाये बिना ही फायर ब्रिगेड की टीम चली गयी. इसके बाद भी टायर में आग लगी रही एवं दूषित धुआं निकल रहा था. पांच दिन बाद भी बुधवार को दूषित धुआं निकल रहा था. गौरतलब है कि शनिवार की देर रात टायर रिसोलिंग वर्कशोप में रखे टायर में भीषण आग लग गयी थी. छह फायर ब्रिगेड वाहन ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन आग पूर्ण रूपेण नहीं बूझ पाया था. अब भी कई टायर में आग लगी हुई है. शनिवार को फायर ब्रिगेड का वाहन काफी देर से पहुंचा था. घटना स्थल से सदर थाना की दूरी भी मात्र सौ गज की है, लेकिन पुलिस भी इस मामले में कोई कदम नहीं उठा रही है. धुआं से आसपास के लोग परेशान हैं.

कौन-कौन सी हो सकती है समस्या

ज्यादा देर तक दूषित धुआं के संपर्क में आने पर सांस की समस्या

अस्थमा के मरीजों के लिए खतरनाक है दूषित धुआं

ज्यादा देर तक धुआं के संपर्क में आने पर बेहोशी की समस्या

सांस की नली में सूजन

रक्त में धुआं के घुल जाने पर कैंसर तक की समस्या

अगर एक किलोमीटर के संपर्क में भी आप हैं, तो यह दूषित धुआं आपके स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है. ज्यादा देर तक संपर्क में आने से सांस की समस्या हो सकती है. अगर रक्त में यह धुआं घुल जाता है, तो कैंसर भी हो सकता है.

डॉ डीके झा, फिजिशियन रिम्स

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