ओके…पारा गिरा, ठंड बढ़ी, जनजीवन ठहरा
इटखोरी. बढ़ती ठंड से जनजीवन थम सा गया है. शनिवार को इटखोरी व मयूरहंड प्रखंड में आंशिक कोहरा छाया रहा. शीतलहर का असर रहा. मौसम में धुंध का प्रभाव था. सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में भी लोगों की आवाजाही कम हो गयी है. सबसे अधिक परेशानी सरकारी स्कूल के बच्चों को हो रही है. […]
इटखोरी. बढ़ती ठंड से जनजीवन थम सा गया है. शनिवार को इटखोरी व मयूरहंड प्रखंड में आंशिक कोहरा छाया रहा. शीतलहर का असर रहा. मौसम में धुंध का प्रभाव था. सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में भी लोगों की आवाजाही कम हो गयी है. सबसे अधिक परेशानी सरकारी स्कूल के बच्चों को हो रही है. ठिठुरन भरी ठंड में भी उन्हें स्कूल जाना पड़ रहा है. ठंड के असर के कारण शाम होते ही बाजार में वीरानी छा जाती है. लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं. सरकार द्वारा उपलब्ध कंबल ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है. कई गरीब परिवार के लोग अब भी कंबल मिलने का इंतजार कर रहे हैं. गरम कपड़ों की मांग बढ़ गयी है. आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा चौक- चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं कराये जाने से मुसाफिरों को ठंड में समय गुजरना पड़ता है.