देश में हिंदू मूल्य फिर से स्थापित होंगे : विहिप

एजेंसियां, नयी दिल्लीदेश में हिंदू मूल्यों को पुन:स्थापित पर जोर देते हुए विश्व हिंदू परिषद(विहिप) ने रविवार को कहा कि वह विश्व का धर्मांतरण नहीं चाहते. केवल ‘उसका हृदय विजय’ करना चाहते हैं. विहिप के संरक्षक अशोक सिंघल ने यहां एक पुस्तक का लोकार्पण करने के अवसर पर कहा कि यह उनके 50 वर्ष के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2014 4:01 PM

एजेंसियां, नयी दिल्लीदेश में हिंदू मूल्यों को पुन:स्थापित पर जोर देते हुए विश्व हिंदू परिषद(विहिप) ने रविवार को कहा कि वह विश्व का धर्मांतरण नहीं चाहते. केवल ‘उसका हृदय विजय’ करना चाहते हैं. विहिप के संरक्षक अशोक सिंघल ने यहां एक पुस्तक का लोकार्पण करने के अवसर पर कहा कि यह उनके 50 वर्ष के संघर्ष का परिणाम है कि हिंदुओं ने 800 वर्ष से खोया ‘साम्राज्य’ वापस पाया है.उन्होंने कहा, ‘हमारी संस्कृति और धर्म को कुचला गया और हमें संघर्ष करना पड़ा. 800 वर्ष बाद, अब यह दिन आया कि हम कह सकते हैं कि हमारी एक ऐसी सरकार है, जो हिंदुत्व की रक्षा के प्रति कटिबद्ध है. देश में शनै: शनै: हमारे मूल्य स्थापित होंगे.’ केंद्र में भाजपा सरकार की ओर इंगित करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में 12वीं शताब्दी में राजपूत राजाओं और पृथ्वीराज चौहान की पराजय के बाद हिंदू एक बार फिर सत्ता में आये हैं.विश्व युद्ध के समीप दुनियाअशोक सिंघल ने कहा, ‘हम ‘इसलामी आतंकवाद’ का खतरा यूरोप में देख रहे हैं. यह युद्ध समाप्त किया जा सकता है, लेकिन विभिन्न शक्तियां जिस तरह से अपना प्रभुत्व स्थापित करने की होड़ में लगी हैं, इससे लगता है कि विश्व युद्ध सुनिश्चित है.’ विहिप नेेता ने हालांकि कहा कि हिंदू ऐसे किसी युद्ध में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि उन्होंने हमेशा ही प्रेम से विश्व को जीतने का प्रयास किया है. वे आध्यात्मिक विजय में विश्वास रखते हैं, भौतिक विजय में नहीं.

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