झारखंड (Jharkhand News) की राजधानी रांची से 90 किलोमीटर दूर स्थित हजारीबाग जिला (Hazaribagh District) के 8 प्रखंडों में पानी में प्रदूषण की पुष्टि हुई है. इन 8 प्रखंडों की 21 पंचायतों की 24 बस्तियों में लोग प्रदूषित पानी पी रहे हैं. 2 बस्तियों में पानी में आयरन (Iron in Water) की मात्रा सामान्य से ज्यादा पायी गयी है, जबकि 22 टोले के पानी में फ्लोराइड (Fluoride in Water) की मात्रा सामान्य से अधिक पायी गयी है.
झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से करायी गयी वाटर टेस्टिंग से ये तथ्य सामने आये हैं. विभाग ने 2.19 लाख से अधिक पानी के सैंपल की जांच करायी थी, जिसमें पता चला कि झारखंड के 106 टोले/बस्तियों में लोग फ्लोराइड, आर्सेनिक या आयरन से युक्त पानी पी रहे हैं. ये तीनों ही तत्व स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं.
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पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की रिपोर्ट में बताया गया है कि हजारीबाग जिले के 8 प्रखंडों (बरही, बड़कागांव, बरकट्ठा, चलकुशा, चौपारण, डारी, केरेडारी और हजारीबाग सदर) की 21 पंचायतों के 24 टोले/गांव/बस्ती के लोग दूषित पेयजल का सेवन कर रहे हैं.
रिपोर्ट में बताया गया है कि बरही प्रखंड की 4 पंचायतों की 6 बस्तियों, बड़कागांव प्रखंड की 3 पंचायतों की 3 बस्तियों, बरकट्ठा प्रखंड की 1 पंचायत की 1 बस्ती, चलकुशा प्रखंड की 1 पंचायत की 1 बस्ती, चौपारण प्रखंड की 2 पंचायतों की 3 बस्तियां, चुरचू प्रखंड की 1 पंचायत की 1 बस्ती, डारी प्रखंड में 3 पंचायतों की 3 बस्तियां, केरेडारी प्रखंड में 5 पंचायतों की 5 बस्तियों और हजारीबाग सदर प्रखंड की 1 पंचायत की 1 बस्ती के भू-जल में नुकसानदायक तत्व सामान्य से ज्यादा मात्रा में मौजूद हैं.
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बरही प्रखंड की 4 पंचायतों बिजया, करियातपुर, पंचमाधे पश्चिमी और रानीचुआं में पानी हो चुका है दूषित. बिजया पंचायत के बैजलाडीह और गुडियो गांव की बैजलाडीह और गुरियो बस्ती के पानी में सामान्य से अधिक फ्लोराइड की मात्रा घुल चुकी है. करियातपुर पंचायत के गरलाही गांव के गरलाही बस्ती, पंचमाधे पश्चिमी पंचायत के बसरिया गांव की बसरिया बस्ती का पानी पीने के योग्य नहीं रहा. रानीचुआ पंचायत के चालंगा गांव की चालंगा बस्ती, जितपुर गांव की जितपुर बस्ती का पानी दूषित हो चुका है.
बड़कागांव प्रखंड की बड़कागांव पंचायत में स्थित पकड़ी बरवाडीह के भू-जल में फ्लोराइड घुला है. चेला कलां पंचायत के अराहारा गांव के साथ-साथ डाढ़ी कलां पंचायत के चेपा खुर्द गांव में भी पीने के पानी में फ्लोराइड घुल चुका है. बरकट्ठा प्रखंड के गैहपहाड़ी पंचायत के कलाहाबाद गांव में भी यही समस्या है. चलकुशा प्रखंड की सलैयाडीह पंचायत के सलैयाडीह गांव का पीने पानी लायक नहीं रहा.
चौपारण प्रखंड की 2 पंचायतों बसरिया और चोरदाहा के 3 गांवों के पानी में जहर घुल चुका है. बसरिया गांव के हरिजन टोला, कथम्बा गांव के हरिजन टोला और सिलोदर गांव के भू-जल में फ्लोराइड की मात्रा सामान्य से ज्यादा पायी गयी है. विष्णुगढ़ प्रखंड की सारुकुदर पंचायत अंतर्गत सारुकुदर गांव की सारुकुदर बस्ती और हजारीबाग सदर प्रखंड की बरासी पंचायत के जगदीशपुर गांव स्थित भेलवा टांड़ बस्ती के पानी में आयरन घुला है.
जिन इलाकों में पानी में आयरन की मात्रा अधिक होती है, उन क्षेत्रों में लोगों को पेट से संबंधित बीमारियां ज्यादा होती हैं. पानी में आयरन की वजह से खाना ठीक से नहीं पचता. किडनी में परत जम जाती है और धीरे-धीरे यह पथरी का रूप ले लेता है. लोगों को पेट दर्द और दस्त की समस्या रहती है.