राजधानी में 24 घंटे चली आंखमिचौनी, लोगों को मिली कामचलाऊ बिजली

राजधानी में 24 घंटे चली आंखमिचौनी, लोगों को मिली कामचलाऊ बिजली

By Prabhat Khabar News Desk | August 5, 2020 11:07 PM

रांची : पिछले दो दिनों के दौरान पैदा हुए साइक्लोन इफेक्ट से राजधानी और इसके आस-पास के इलाकों में बिजली आपूर्ति भी काफी प्रभावित हुई. मंगलवार शाम से जो बिजली की आंखमिचौनी शुरू हुई, वह बुधवार शाम तक (24 घंटे बाद) जारी रही. इस दौरान लोगों को इधर-उधर से काट कर उतनी ही बिजली दी, जितने में किसी तरह से काम चल सके. बुधवार को भी पूरे दिन जगह-जगह फाॅल्ट होने से बिजली ने लोगों को दिनभर परेशान रखा. नामकुम ग्रिड से विकास, ओरमांझी, ब्रांबे, कांके, कोकर रूलर 33-11 केवी पावर सबस्टेशन को 11 से 20 घंटे तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप रही.

इस दौरान इससे जुड़े ज्यादातर इलाकों में लोगों को सुबह से ही बिजली नसीब नहीं हुई. मंगलवार आधी रात को गयी बिजली दूसरे दिन सुबह आयी, जबकि कुछ जगहों पर दोपहर बाद ही बहाल हो सकी. सबसे बुरी स्थिति विकास पीएसएस की रही. यहां 20 घंटे 31 मिनट बाद ग्रिड से बिजली मिली, इसके बाद आपूर्ति बहाल हो सकी.उधार की बिजली से काम चलाने का प्रयासमौसम में अचानक हुए बदलाव के बाद जगह-जगह पेड़ गिरने से तार टूटने, जंपर उड़ने और फाॅल्ट से शहर के बड़ा हिस्से में बिजली समस्या पैदा हो गयी.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रोटेशन के आधार पर बिजली आपूर्ति शुरू करने का प्रयास किया गया, लेकिन जगह-जगह फाॅल्ट होने की वजह से यह भी सुचारू नहीं हो सका. नामकुम, टाटीसिल्वे, नेवरी-विकास जैसे शहर से सटे ग्रामीण इलाकों में भी बिजली के लिए हाहाकार मचा रहा. वहीं, हटिया ग्रिड से जुड़े विधानसभा, आरएंडी सेल, बेड़ो, कांके, अरगोड़ा, हरमू और ब्रांबे में कई बार शटडाउन लिया गया.

कांके पीएसएस एक घंटे के लिए बंद रखा गया. ब्रांबे पीएसएस सुबह नौ बजे के बाद 3.30 बजे चार्ज किया गया. आपूर्ति शुरू हो पाती कि यह लाइन होल्ड नहीं कर सका और एक बार फिर से ब्रेकडाउन हो गया. ग्रिड से 10 से 20 घंटे तक नहीं मिली बिजलीविकास पीएसएस : मंगलवार शाम 4.46 बजे से बुधवार दोपहर 1.15 बजे तककोकर रूलर पीएसएस : मंगलवार रात 10.53 बजे से बुधवार दोपहर 12.09 बजे तकखेलगांव पीएसएस : मंगलवार रात 01.10 बजे से बुधवार दिन में 11.58 बजे तकब्रांबे पीएसएस : सुबह 9.00 से दोपहर 3.30 बजे तक, 3.30 बजे से खबर लिखे जाने तक.

Post by : Pritish Sahay

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