शिक्षाविद की छवि व संगठन में पकड़ से जीतीं लुईस मरांडी

लुईस मरांडी (दुमका)हराया : हेमंत सोरेनलुईस मरांडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उनकी पारंपरिक सीट पर हरा कर रातों-रात चर्चा में आ गयी हैं. झामुमो का गढ़, वह भी दुमका सीट, जहां झामुमो को हराना कठिन माना जाता है, उस सीट पर लुईस मरांडी ने जीत दर्ज कर यह सीट भाजपा की झोली में सीट डाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2014 12:01 AM

लुईस मरांडी (दुमका)हराया : हेमंत सोरेनलुईस मरांडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उनकी पारंपरिक सीट पर हरा कर रातों-रात चर्चा में आ गयी हैं. झामुमो का गढ़, वह भी दुमका सीट, जहां झामुमो को हराना कठिन माना जाता है, उस सीट पर लुईस मरांडी ने जीत दर्ज कर यह सीट भाजपा की झोली में सीट डाल दी. दुमका में हेमंत सोरेन पर 5262 वोटों से जीत दर्ज की. लुईस दुमका के लिए काफी पॉपुलर नाम है. 1995 से वह दुमका की राजनीति में काफी सक्रिय हैं. उनकी सक्रियता के कारण ही भाजपा के प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न पदों की जिम्मेवारी उन्हें मिली थी. कई सालों तक उन्होंने दुमका, गोड्डा के कॉलेजों में अध्यापन का कार्य किया. उनकी प्रारंभिक शिक्षा दुमका में हुई. एसपी कॉलेज दुमका से बीए ऑनर्स किया. उन्होंने रांची विश्वविद्यालय से एमए और बनारस काशी विद्यापीठ से बीपीएड पास करने के बाद रांची विश्वविद्यालय से ही पीएचडी की. लुईस मरांडी ने 2009 के विधानसभा चुनाव में भी हेमंत सोरेन को कड़ी टक्कर दी थी.

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