रांची. झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिलेश्वर पांडेय ने कहा है कि ईटखोरी की घटना सूचना तंत्र के फेल होने का नतीजा है. थाने से दो किमी के भीतर माओवादियों ने लैंड माइन लगाया, जिसकी पुलिस को भनक तक नहीं मिली. इस घटना के लिए थाना प्रभारी और ऊपर के अफसर दोषी हैं.
श्री पांडेय ने कहा कि जवानों ने बहादुरी से मुकाबला करते हुए खुद व हथियार को बचाया. उन्होंने पुलिस मुख्यालय से मृत हवलदार को मरणोपरांत प्रोन्नति देने की मांग और लापरवाही की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही जो जवान घायल हुए हैं या मुठभेड़ में शामिल थे, उन्हें भी आउट ऑफ टर्म प्रोन्नति देने की मांग की.
ईटखोरी घटना की सूचना मिलने के बाद एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिलेश्वर पांडेय समेत महामंत्री जितेंद्र हांसदा, प्रांतीय कोषाध्यक्ष रंजन सिंह, अमलेश सिंह और रामाकांत उपाध्याय ईटखोरी गये थे. एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने घायल पुलिसकर्मियों से बात करने के बाद बताया कि नक्सली दिन से ही वहां पर थे. पुलिसकर्मियों को गश्ती डय़ूटी के नाम पर कमान काट कर नेताओं की सुरक्षा के लिए ईटखोरी मंदिर भेजा गया था.