रघुवर दास को मुख्यमंत्री बनाने का विरोध

आदिवासी संगठनों ने शुक्रवार को काला दिवस के रूप में मनायाअलबर्ट एक्का चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह का पुतला दहन कियाशनिवार को सांकेतिक बंदी एवं शपथ ग्रहण के दिन झारखंड बंद की घोषणा तसवीर राज की हैसंवाददातारांची. विभिन्न आदिवासी संगठनों ने भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुवर दास के मुख्यमंत्री बनाये जाने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2014 9:03 PM

आदिवासी संगठनों ने शुक्रवार को काला दिवस के रूप में मनायाअलबर्ट एक्का चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह का पुतला दहन कियाशनिवार को सांकेतिक बंदी एवं शपथ ग्रहण के दिन झारखंड बंद की घोषणा तसवीर राज की हैसंवाददातारांची. विभिन्न आदिवासी संगठनों ने भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुवर दास के मुख्यमंत्री बनाये जाने का विरोध किया है. आदिवासी संगठनों ने शुक्रवार को काला दिवस के रूप में मनाया. अलबर्ट एक्का चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का पुतला दहन किया. काली पट्टियां बांधे कार्यकर्ताओं ने कहा है कि झारखंड में गैर आदिवासी मुख्यमंत्री का विरोध होगा. विभिन्न संगठनों ने शनिवार को सांकेतिक बंदी एवं शपथ ग्रहण के दिन झारखंड बंद की घोषणा की है.धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि झारखंड अलग राज्य इसलिए बना था कि सांस्कृतिक, धार्मिक व हर लिहाज से यह आदिवासी-मूलवासियों का प्रतिनिधित्व करे. अलग राज्य के लिए यहां के आदिवासी-मूलवासियों ने लंबी लड़ाई लड़ी थी. आदिवासी जनपरिषद के प्रेमशाही मंुडा ने कहा कि सभी झारखंडी इस बात पर एकमत हैं कि झारखंड का मुख्यमंत्री आदिवासी ही बने. हमलोग इस मुद्दे पर आंदोलन करेंगे. लक्ष्मी नारायण मंुडा ने कहा कि झारखंड आदिवासियों का ही होगा, गैर आदिवासियों का नहीं. आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार ने कहा कि झारखंड की पहचान आदिवासियों व उनकी भाषा संस्कृति से है. इसलिए यहां गैर आदिवासी मुख्यमंत्री बरदाश्त नहीं किया जायेगा. मौके पर केंद्रीय सरना समिति के फूलचंद तिर्की, एस अली, शिवा कच्छप ने भी विचार रखे. इस दौरान महेंद्र एक्का, प्रदीप मंुडा, सुदेश कुजूर, दुर्गा उरांव सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

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