यादों से निकल कर वास्तविकता मेें मिले बीआइटी के छात्र
फोटो…फोल्डर…मेंलाइफ रिपोर्टर @ रांचीबीआइटी मेसरा के बीई 1965 बैच के छात्रों का गोल्डेन जूबिली रियूनियन शनिवार को शुरू हुआ. इस समारोह का नाम यादें दिया गया है. बीआइटी कैंपस में 40 से अधिक पूर्ववर्ती छात्र अपने जीवनसाथी के साथ मौजूद थे. मिलन समारोह की शुरुआत बीआइटी मेसरा के वीसी प्रो एमके मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित […]
फोटो…फोल्डर…मेंलाइफ रिपोर्टर @ रांचीबीआइटी मेसरा के बीई 1965 बैच के छात्रों का गोल्डेन जूबिली रियूनियन शनिवार को शुरू हुआ. इस समारोह का नाम यादें दिया गया है. बीआइटी कैंपस में 40 से अधिक पूर्ववर्ती छात्र अपने जीवनसाथी के साथ मौजूद थे. मिलन समारोह की शुरुआत बीआइटी मेसरा के वीसी प्रो एमके मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित कर की. इसके बाद अल्यूमनी ग्रुप द्वारा साल 1965 से लेकर अब तक संस्थान के विकास को प्रेजेंटेशन के माध्यम से दिखाया गया. कभी संस्थान में यह बैच 500 छात्रों का हुआ करता था, अब इसकी संख्या 12 हजार हो गयी है. प्रो एमके मिश्रा ने स्वागत भाषण में कहा कि पूर्ववर्ती छात्रों का कैंपस में एक बार फिर से वापस आना गौरव की बात है. किसी भी संस्थान की उन्नति में संस्थान के शिक्षकों और छात्रों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. उन्होंने पूर्ववर्ती छात्रों से संस्थान की उत्कृष्टता के लिए सुझाव देने का आग्रह भी किया. इस अवसर पर प्रो एसके बोस, प्रो आरसी झा, डॉ राजीव अग्रवाल के अलावा संकाय के अन्य शिक्षक उपस्थित थे.