मामलों के निष्पादन में रिकॉर्ड स्थापित हुआ

वर्षांत 2014 : अदालतसुनील कुमार, लातेहारलातेहार जिला वासियों के लिए वर्ष 2014 कई यादगार लम्हे छोड़ गया. एक कमरे में शुरू हुए व्यवहार न्यायालय में अत्याधुनिक संसाधन युक्त 12 कोर्ट की भवन आधारशिला रखी गयी. 1924 का लातेहार अनुमंडल 2001 में जिला में तो तब्दील हो गया, लेकिन कोर्ट भवन की कमी के कारण जिला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2014 3:02 PM

वर्षांत 2014 : अदालतसुनील कुमार, लातेहारलातेहार जिला वासियों के लिए वर्ष 2014 कई यादगार लम्हे छोड़ गया. एक कमरे में शुरू हुए व्यवहार न्यायालय में अत्याधुनिक संसाधन युक्त 12 कोर्ट की भवन आधारशिला रखी गयी. 1924 का लातेहार अनुमंडल 2001 में जिला में तो तब्दील हो गया, लेकिन कोर्ट भवन की कमी के कारण जिला अदालत संसाधनों की कमी झेल रहा था. प्रधान जिला जज राजेश कुमार वैश्य एवं तत्कालीन निबंधक कौशिक मिश्रा के अथक प्रयास से वर्षों से प्रस्तावित कोर्ट भवन की आधारशिला 13 दिसंबर को राज्य के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विरेंदर सिंह द्वारा रखी गयी. वर्ष 2014 मामलों के निष्पादन के लिए भी याद रहेगा. जिला जजशिप के 14 वर्षों के इतिहास में पहली बार छह दिसंबर को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में प्री एवं पोस्ट लिटिगेशन के कुल 185000 मामलों का निबटारा किया गया. जिला में 2014 में ढाई लाख से भी अधिक प्री व पोस्ट लिटिगेशन मामलों का निष्पादन हुआ. लातेहार जिला के इतने मुकदमे कालांतर में न्यायालय में प्रस्तुत होते ही जिनका निबटारा प्रशासनिक स्तर पर उपायुक्त मुकेश कुमार एवं उनके सहयोगियों द्वारा करके न्यायालय के बोझ को कम कर दिया गया. बिजली विभाग द्वारा भी विभिन्न मामलों के निबटारे में करीब 18 करोड़ रुपये की राजस्व की वसूली बगैर मुकदमा लड़े ही आसानी से कर ली गयी.

Next Article

Exit mobile version