महाराष्ट्र के जल संपदा मंत्री ने किया रहस्योद्घाटन

ठेकेदारों ने दिया 100 करोड़ रुपये घूस का ऑफरपूर्ववर्ती सरकार से मिले ठेकों को जारी रखने की मांगमुंबई. मुंबई. महाराष्ट्र के जल संपदा मंत्री गिरीश महाजन ने रहस्योद्घाटन किया है कि उनके मंत्री बनते ही जल संपदा विभाग के ठेकेदारों ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की रिश्वत का ऑफर दिया था. यह ऑफर दलालों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2014 6:02 PM

ठेकेदारों ने दिया 100 करोड़ रुपये घूस का ऑफरपूर्ववर्ती सरकार से मिले ठेकों को जारी रखने की मांगमुंबई. मुंबई. महाराष्ट्र के जल संपदा मंत्री गिरीश महाजन ने रहस्योद्घाटन किया है कि उनके मंत्री बनते ही जल संपदा विभाग के ठेकेदारों ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की रिश्वत का ऑफर दिया था. यह ऑफर दलालों के मार्फत उन ठेकों को जारी रखने के लिए दिया गया, जो पिछली कांग्रेस-एनसीपी सरकार ने दिये थे. मंत्री ने कहा कि किसी का खाऊंगा नहीं, किसी को खाने दूंगा नहीं. मेरे मंत्रालय का काम पारदर्शी तरीके से किया जायेगा. गिरीश महाजन ने जामनेर में अपने एक सत्कार समारोह में रिश्वत के ऑफर का भंडाफोड़ करते हुए कहा, कांग्रेस-एनसीपी सरकार के कार्यकाल में जल संपदा विभाग में बड़े पैमाने पर करप्शन हुआ. काम केवल 70 करोड़ रुपये के थे और टेंडर 372 करोड़ रुपये के दिय गये. भाजपा की सरकार ने इस करप्शन को रोकने के लिए 1100 करोड़ रुपये के अनेक काम रोक दिये. इन रोके गये कामों को फिर शुरू करने की मंजूरी देने के लिए 10 प्रतिशत के हिसाब से 100 करोड़ रुपये रिश्वत का ऑफर ठेकोदारों के दलालों ने दिया. मंत्री का रहस्योद्घाटन स्टंट : विपक्षहालांकि, गिरीश महाजन के इस रहस्योद्घाटन को विपक्ष स्टंटबाजी करार दे रहा है. विपक्ष का सवाल है कि मंत्री ने रिश्वत देनेवाले ठेकेदारों और उनके दलालों के खिलाफ पुलिस या एंटि करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज क्यों नहीं करवाई. कांग्रेस नेता संदीप पाटिल ने कहा, किसी को भी रिश्वत की पेशकश करना कानूनन गुनाह है. यह गुनाह तब और ज्यादा गंभीर हो जाता है, जब कोई मंत्री पद पर बैठे एक संवैधानिक जिम्मेदारी निभानेवाले व्यक्ति को भ्रष्ट आचरण करने के लिए उकसा रहा हो.

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