…मजलिस-ए-अजा का आयोजन

हैदरनगर,पलामू.हुसैनाबाद के इमामबारगाह में बुधवार को शिया समुदाय ने मजलिस- ए- अजा का आयोजन किया गया. मजलिस- ए-अजा में हजरत इमाम इहसन असकरनी अलैहिस्सलाम की शहादत का विस्तार से बयान किया गया. उलेमाओं ने कहा कि हजरत इमाम इहसन अलैहिस्सलाम को जहर देकर शहीद कर दिया गया था. आठ रबिलउल अव्वल को उनकी याद में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2014 5:03 PM

हैदरनगर,पलामू.हुसैनाबाद के इमामबारगाह में बुधवार को शिया समुदाय ने मजलिस- ए- अजा का आयोजन किया गया. मजलिस- ए-अजा में हजरत इमाम इहसन असकरनी अलैहिस्सलाम की शहादत का विस्तार से बयान किया गया. उलेमाओं ने कहा कि हजरत इमाम इहसन अलैहिस्सलाम को जहर देकर शहीद कर दिया गया था. आठ रबिलउल अव्वल को उनकी याद में मातम किया गया व मरसिया पढ़ा गया. हैदरनगर के मोतवल्ली सैयद अयूब हुसैन ने मरसिया -गमगीन है माहौल, हवाओं में नमी है, या रब हो फिर मयस्सर हमंे फिर माहे मुहर्रम- पढ़ा. हुसैनाबाद के जनबा सैयद मोहम्मद रजा ने शब्बीर न जाओ, यह सदा गूंज रही है, हम ताजियादारों की तमन्ना ये दिली है, मरसिआ पढ़ा. बताते चलें कि आठ रबिल उल अव्वल के बाद नौ रबिल उल अव्वल का दिन शिया समुदाय के लिए खुशियों का दिन होगा. मुहर्रम की पहली से रबिल उल अव्वल की आठवीं तक इस समुदाय में खुशियां नहीं मनायी जाती हैं. २

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