कहीं जान न ले ले यह लापरवाही

रांची: शहर में फैली अव्यवस्था के लिए सरकार ओर प्रशासन को कोस कर हम अपने कर्तव्यों से मुक्त हो जाते हैं. आम जनता की धारणा है कि व्यवस्था ठीक करना केवल सरकार की जिम्मेवारी है. पर, हम इसमें सहयोग नहीं करते. अक्सर यातायात नियमों की अवहेलना करते हैं और दोष दूसरों पर लगाते हैं. बात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2013 5:46 AM

रांची: शहर में फैली अव्यवस्था के लिए सरकार ओर प्रशासन को कोस कर हम अपने कर्तव्यों से मुक्त हो जाते हैं. आम जनता की धारणा है कि व्यवस्था ठीक करना केवल सरकार की जिम्मेवारी है. पर, हम इसमें सहयोग नहीं करते. अक्सर यातायात नियमों की अवहेलना करते हैं और दोष दूसरों पर लगाते हैं. बात चाहे ट्रिपल राइडिंग की हो या बगैर हेलमेट पहने वाहन चलाने की, हम नियमों को ताक पर रख कर वाहन चलाते हैं.

हमारी गलतियां दूसरों के लिए परेशानी का सबब बनती है. कभी-कभी इस गलती की कीमत हमें अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है. इसलिए अगर व्यवस्था सुधारनी है, तो पहले हमें खुद को बदलना होगा. हम सुधरेंगे, तभी शहर सुधरेगा.

करेंगे ट्रिपल राइडिंग ही
शहर की सड़कों पर होनेवाली अधिकतर दुर्घटना उनके साथ ज्यादा होती है, जो ट्रिपल राइड चलते हैं. एक बाइक या स्कूटर पर तीन लोगों के बैठने से वाहन पर चालक का नियंत्रण कम हो जाता है. दुर्घटना की संभावना भी 60 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. अक्सर तीन सवारी करनेवाले लोगों का यह सोच होता है कि जैसे ही ट्रैफिक पोस्ट आयेगा, एक आदमी उतर जायेगा. उनकी यही गलत धारणा दुर्घटना का कारण बनती है.

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