स्वास्थ्य निदेशालय से हटेंगे 25 स्टाफ
वरीय संवाददाता, रांचीमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य विभाग में डेपुटेशन रद्द किया जाये. यह आदेश दो जनवरी से लागू होगा. पांच जनवरी तक आदेश का पूरी तरह पालन कर लेना है. यानी प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मचारियों को विरमित होने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है. इस आदेश के लागू होने […]
वरीय संवाददाता, रांचीमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य विभाग में डेपुटेशन रद्द किया जाये. यह आदेश दो जनवरी से लागू होगा. पांच जनवरी तक आदेश का पूरी तरह पालन कर लेना है. यानी प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मचारियों को विरमित होने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है. इस आदेश के लागू होने के बाद स्वास्थ्य निदेशालय में तीन सहायकों को छोड़ करीब 25 से अधिक फिल्ड स्टाफ को हटना होगा. उधर डोरंडा अस्पताल में 50 से अधिक स्टाफ डेपुटेशन पर हैं. एक विभागीय अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर नर्स व डॉक्टर शहरों में डेपुटेशन पर रहते हैं. शहर में व घर से नजदीक . इससे ग्रामीण इलाके में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी हो जाती है. मुख्यमंत्री का आदेश सही तरीके से लागू हुआ, तो ग्रामीण क्षेत्र को लाभ मिलेगा. स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्ति का खेल पुराना है. इधर विभाग ने आचार संहिता के दौरान भी कुछ ट्रांसफर-पोस्टिंग किये हैं. निदेशालय के डॉ उपेंद्र कुमार सिन्हा व उनकी पत्नी डॉ उमा सिन्हा का गढ़वा ट्रांसफर सहित रामगढ़ सिविल सर्जन का पदस्थापन इसी दौरान हुआ है. वहीं प्रशासनिक दृष्टिकोण से संताल परगना भेजे गये डॉ भरत प्रसाद को वापस हजारीबाग ले आया गया, जबकि मार्च 2012 में वहां भेजे गये डॉ प्रसाद ने वहां ज्वाइन ही नहीं किया था.