स्वास्थ्य निदेशालय से 24 कर्मचारी विरमित किये गये
विरमित हो रहे प्रतिनियुक्ति वालेकर्मचारियों में खलबलीवरीय संवाददाता, रांचीमुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मियों को विरमित किया जा रहा है. इससे उनमें खलबली मची है. शुक्रवार को स्वास्थ्य निदेशालय से 24 कर्मचारी विरमित किये गये. उधर सचिवालय में कार्यरत करीब 17 लोगों ने वहां से हटने […]
विरमित हो रहे प्रतिनियुक्ति वालेकर्मचारियों में खलबलीवरीय संवाददाता, रांचीमुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मियों को विरमित किया जा रहा है. इससे उनमें खलबली मची है. शुक्रवार को स्वास्थ्य निदेशालय से 24 कर्मचारी विरमित किये गये. उधर सचिवालय में कार्यरत करीब 17 लोगों ने वहां से हटने से मना कर दिया है. उनका कहना है कि उन्हें उनके नाम से कोई चिट्ठी नहीं मिली है. इस संबंध में विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मुख्य सचिव के निर्देश के बाद ही विभागीय सचिव ने दो जनवरी से प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत लोगों को अपने मूल स्थान जाने का आदेश दे दिया है. ऐसे में किसी के नाम से चिट्ठी जारी करने का मतलब नहीं है. इधर, रिम्स से एक फाइल सचिवालय गयी, जिसमें कहा गया था कि प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत लोगों के हटने से स्वास्थ्य सुविधाओं पर असर पड़ेगा. इस फाइल पर सचिव ने लिखा है कि पहले आदेश का पालन करें. प्रभाव की बात व समीक्षा बाद में होती रहेगी. इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि यह सही है कि प्रतिनियुक्ति को शहर में रहने का जरिया बना लिया गया है. पर सरकार को इस तरह के आदेश से पहले किसी तकनीकी टीम से सलाह व सुझाव भी लेना चाहिए. इस अधिकारी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग का स्वीकृत पद 1950-60 का है. इसलिए समय-समय पर आवश्यकता आधारित पद सृजन व नियुक्ति की पहल भी होनी चाहिए.