दिल्ली में बिकी मांडर की दो छात्राएं…ओके

मांडऱ नौकरी का झांसा देकर थाना क्षेत्र की कंजिया गांव की दो नाबालिग छात्राओं को मानव तस्करों द्वारा दिल्ली में बेचने का मामला प्रकाश में आया है. एक छात्रा ने अपने परिजनों को फोन कर मामले की जानकारी दी गयी है. इधर, परिजनों ने रविवार को मांडर थाने मंे आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2015 6:02 PM

मांडऱ नौकरी का झांसा देकर थाना क्षेत्र की कंजिया गांव की दो नाबालिग छात्राओं को मानव तस्करों द्वारा दिल्ली में बेचने का मामला प्रकाश में आया है. एक छात्रा ने अपने परिजनों को फोन कर मामले की जानकारी दी गयी है. इधर, परिजनों ने रविवार को मांडर थाने मंे आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. परिजनों के अनुसार दोनों नाबालिग छात्राएं राजकीय मध्य विद्यालय मांडर में पढ़ती थी. डेढ़ माह पूर्व (20 नवंबर) को दोनों स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी़ शाम में घर नहीं लौटने पर परिजन उनकी तलाश में जुट गये. परिजनों को पता चला कि दोनों छात्राओं को अंतिम बार मांडर की अनिता व सुमित्रा उरांव के साथ देखा गया था. पूछताछ करने पर उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया. कुछ दिन बाद एक छात्रा ने फोन कर बताया कि उन्हें सुमित्रा उरांव ने मांडर में अपने घर बुलाया था. वहां से अनिता उरांव उन्हें रांची ले गयी. रांची से सोमा उरांव नाम के एक लड़के ने दोनों छात्राओं को दिल्ली पहुंचा दिया. जानकारी के बाद जब छात्राओं के परिजनों ने पुन: मांडर की अनिता उरांव से संपर्क किया, तो उसने छात्राओं को वापस लाने के एवज में तीन लाख रुपये की मांग की. पैसा देने के बावजूद उनसे छात्राओं को वापस नहीं बुलाया. तीन जनवरी को दोनों छात्राओं के परिजनों ने मानव तस्करी के खिलाफ काम कर रही स्वयं सेवी संस्था भारतीय किसान संघ के सदस्यों से संपर्क किया. इसके बाद मांडर थाना में शिकायत दर्ज करायी गयी.

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