वाहन 4,00,000 : पार्किग मात्र 3,400

उत्तम महतो रांची : राजधानी में जिस अनुपात में वाहनों की संख्या बढ़ रही है, उनकी पार्किग के लिए व्यवस्था बनाने में निगम असफल साबित हुआ है. विगत 14 वर्षो में राज्य में वाहनों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. अकेले रांची जिले में ही चार लाख से अधिक छोटे वाहन निबंधित है. इनमें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2015 10:02 AM
उत्तम महतो
रांची : राजधानी में जिस अनुपात में वाहनों की संख्या बढ़ रही है, उनकी पार्किग के लिए व्यवस्था बनाने में निगम असफल साबित हुआ है. विगत 14 वर्षो में राज्य में वाहनों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. अकेले रांची जिले में ही चार लाख से अधिक छोटे वाहन निबंधित है. इनमें से 2.50 लाख से अधिक वाहन प्रत्येक दिन किसी न किसी काम से सड़क पर निकलते हैं.
ये वाहन कहां खड़े होंगे इसकी व्यवस्था अब तक नहीं हो पायी है. शहर में बढ़ते हुए वाहनों की संख्या को देखते हुए निगम ने मल्टी स्टोरी पार्किग बनाने का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन वह फाइलों में ही लटका हुआ है. सड़क पर निकलने वाले वाहनों को पार्किग स्थल के अभाव में सड़क पर ही खड़ा करना पड़ता है. सड़क पर वाहन खड़े किये जाने से सड़क संकरी हो जाती है. इससे आये दिन जाम की समस्या उत्पन्न होती है. सड़कों पर वाहन रेंगने लगते हैं. इसका खामियाजा हर वाहन चालक को उठाना पड़ता है.
रांची में वाहनों की संख्या चार लाख से अधिक है. वहीं नगर निगम के 16 पार्किग स्थलों के वाहन पार्किग की कुल क्षमता मात्र 2500 के आसपास है. वहीं अगर सैनिक मार्केट, चर्च कॉम्प्लेक्स व रोस्पा टावर के निजी पार्किग को जोड़ दें तो यह आंकड़ा 3400 वाहनों तक पहुंचता है. इतने कम पार्किग स्थल होने के कारण लोग चाह कर भी अपने वाहनों को उचित जगह नहीं खड़ा कर पाते.

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