डिमेंशिया से लड़ सकता है एस्प्रिन

एजेंसियां, सिडनीअमेरिका स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय को इस बात का पता लगाने की जिम्मेदारी दी है कि एस्प्रिन में डिमेंशिया से लड़ने की क्षमता मौजूद है या नहीं.डिमेंशिया ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज की स्मरण शक्ति क्षीण पड़ने लगती है. यह आज के समय में बढ़ती उम्र के साथ होने वाली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2015 5:02 PM

एजेंसियां, सिडनीअमेरिका स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय को इस बात का पता लगाने की जिम्मेदारी दी है कि एस्प्रिन में डिमेंशिया से लड़ने की क्षमता मौजूद है या नहीं.डिमेंशिया ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज की स्मरण शक्ति क्षीण पड़ने लगती है. यह आज के समय में बढ़ती उम्र के साथ होने वाली सबसे बड़ी चिकित्सीय समस्या है.19,000 मरीजों पर होगा शोधमेलबर्न के मोनाश विश्वविद्यालय ने पांच करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के साथ ‘एस्प्रिन इन रेड्यूसिंग इवेंट्स इन द एल्डर्ली’ शीर्षक के साथ शोध की शुरु आत की है. इस अध्ययन को बर्मन सेंटर फॉर आउटकम और अमेरिका के मिनियापोलिस स्थित क्लिनिकल रिसर्च मिलकर कर रहे हैं. इस दौरान 19,000 ऑस्ट्रेलियाई मरीजों पर शोध किया जायेगा. एस्प्रिन के कारण रक्त के प्लेटलेट्स एक दूसरे के साथ जोड़ नहीं बना पाते और इससे हृदयाघात व मस्तिष्काघात का खतरा घट जाता है.

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