चीन ने चुरायी औद्योगिक आधार सूचना

रूसी साइबर खतरा अधिक जटिल जटिल : अमेरिकी अधिकारीएजेंसियां, वाशिंगटन अमेरिका के एक शीर्ष खुफिया प्रमुख ने कहा है कि रूसी साइबर खतरा कहीं अधिक जटिल है, जबकि चीन ने औद्योगिक आधार सूचना चुरायी है. नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक जेम्स आर क्लेपर ने इस सप्ताह फोर्डहैम यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय साइबर पर चर्चा के दौरान अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2015 4:02 PM

रूसी साइबर खतरा अधिक जटिल जटिल : अमेरिकी अधिकारीएजेंसियां, वाशिंगटन अमेरिका के एक शीर्ष खुफिया प्रमुख ने कहा है कि रूसी साइबर खतरा कहीं अधिक जटिल है, जबकि चीन ने औद्योगिक आधार सूचना चुरायी है. नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक जेम्स आर क्लेपर ने इस सप्ताह फोर्डहैम यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय साइबर पर चर्चा के दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘साइबर की दुनिया में जब भी कोई अभियान चलाया जाता है, तो विभिन्न साइबर कर्ताओं के पास विभिन्न क्षमताएं और उनके विभिन्न लक्ष्य होते हैं.’ कहा कि उदाहरण के लिए रूस के पास व्यापक क्षमता वाली काफी जटिल तकनीक और मानव खुफिया क्षमताएं हैं. रूस का ध्यान उन आम कमजोरियों का फायदा उठाने से परे है, जिन्हें किसी सॉफ्टवेयर पैच से दुरुस्त किया जा सकता है और रूस के साथ किसी सैन्य संघर्ष या भू-राजनीतिक संकट की स्थिति में कुछ अमेरिकी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा नेटवर्क खतरे में आ सकते हैं.’ चीन और उत्तर कोरिया अधिक मुखरक्लेपर ने कहा कि हमने देखा है कि ईरान और उत्तर कोरिया के बारे में अभी पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता. इसके अलावा जो आक्रामक साइबरकर्ता हैं वे निजी क्षेत्र लक्ष्यों के खिलाफ आक्रामक साइबर अभियानों को चलाने से डरते नहीं हैं.’ कहा कि हमने सार्वजनिक चर्चाओं में चीन के बारे में काफी कुछ सुना है, क्योंकि वे और अब उत्तर कोरिया भी, अधिक मुखर हो रहे हैं.’ क्लेपर ने बताया, ‘चीन हमारे औद्योगिक प्रतिष्ठानों की अंधाधुंध, व्यापक पैमाने पर चोरी कर रहा है, लेकिन उसकी कुछ कमजोरियां हैं, जिन पर आसानी से लगाम लगाया जा सकता है या फिर उन्हें आसानी से दूर किया जा सकता है.’

Next Article

Exit mobile version