Cyclone Amphan: दीघा-हटिया के बीच टकराया ‘अम्फान’, तो झारखंड में दिखा ऐसा असर, ओड़िशा में गुमला-पलामू के 27 मजदूर फंसे
Cyclone Amphan, Weather LIVE Updates, jharkhand weather रांची : दीघा (पश्चिम बंगाल) और हटिया (बांग्लादेश) के बीच समुद्र तट से टकराने के बाद अम्फान तूफान का असर झारखंड में भी दिखने लगा है. बुधवार (20 मई, 2020) को राजधानी रांची में 22 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, तो इसी हवा की अधिकतम रफ्तार जमशेदपुर में 43 किलोमीटर रही. कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां में दिन में ही बारिश शुरू हो गयी थी.
रांची : दीघा (पश्चिम बंगाल) और हटिया (बांग्लादेश) के बीच समुद्र तट से टकराने के बाद अम्फान तूफान का असर झारखंड में भी दिखने लगा है. बुधवार (20 मई, 2020) को राजधानी रांची में 22 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, तो इसी हवा की अधिकतम रफ्तार जमशेदपुर में 43 किलोमीटर रही. कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां में दिन में ही बारिश शुरू हो गयी थी.
साहिबगंज में सुबह से ही ‘अम्फान’ का असर दिखने लगा. सुबह से तेज हवा चल रही है और रुक-रुककर हल्की बारिश हो रही है. दिन भर आसमान में बादल छाये रहे. बोकारो जिला के चास में दिन भर बादल छाये रहे. बारिश भी होती रही.
वहीं, कसमार में सुबह से ही ‘अम्फान’ तूफान के कारण लगातार बारिश हो रही है. दिन भर कभी बूंदाबांदी, तो कभी तेज बारिश हुई. दुकानदारों को छतरी लेकर बैठना पड़ा. शाम 4 बजे के बाद तेज हो गयी बारिश. तेज हवाएं भी चल रही हैं.
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रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ एसडी कोटाल ने बताया था कि अम्फान तूफान रांची से 350 किलोमीटर और जमशेदपुर से करीब 240 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तट से टकरायेगा. इसके असर से रांची में हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा हो सकती है. इस दौरान 40 किलोमीटर तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
उन्होंने बताया कि राज्य के आठ जिलों (पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, जामताड़ा, धनबाद, बोकारो, दुमका, पाकुड़, गोड्डा और साहिबगंज) में इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो 50 किलोमीटर तक की रफ्तार पकड़ सकती है. इन जिलों में 15.5 से 64.4 मिलीमीटर तक वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान झारखंड के आसमान में बादल छाये रहने और हल्की बारिश की संभावना जतायी गयी है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि 21 मई (गुरुवार) को झारखंड के मध्य, उत्तर-पूर्वी तथा दक्षिण-पूर्वी भागों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ हल्के दर्जे की वर्षा की संभावना है. इसका अर्थ यह है कि रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी और रामगढ़ के अलावा संथाल परगना के देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ एवं साहिबगंज में हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हो सकती है. पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां में भी ऐसे ही हालात रहने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने जाहिर किया है.
विभाग ने रांची का जो पूर्वानुमान जारी किया है, उसमें कहा गया है कि 21 मई को सामान्यतः आसमान में बादल छाये रहेंगे. मेघ गरजेंगे और इस दौरान बारिश भी हो सकती है. इस दिन का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रह सकता है, तो न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
इसके बाद अधिकतम तापमान और न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की जायेगी. 22 मई को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहेगा, तो 23 मई को 38 और 24 मई को 39 डिग्री सेंटीग्रेड. इसी तरह 21 मई को न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रह सकता है, तो 23, 23 और 25 मई को क्रमशः 23, 24 और 25 डिग्री सेंटीग्रेट रहने का अनुमान है.
‘अम्फान’ में फंसे गुमला-पलामू के 27 मजदूर
‘अम्फान’ चक्रवात में गुमला व पलामू जिले के 27 मजदूर भुवनेश्वर में फंस गये हैं. इन मजदूरों से राज्य सरकार के कई प्रतिनिधि संपर्क करने में जुटे हैं. सभी मजदूरों के मोबाइल बंद हैं. संबलपुर इलाके में मजदूरों का लोकेशन मिल रहा है. पर संबलपुर में ये लोग कहां हैं, इसका पता नहीं चल पा रहा है.
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मिशन बदलाव के संयोजक भूषण भगत ने ‘प्रभात खबर’ को बताया कि पलामू के आठ व गुमला के 19 मजदूर भुवनेश्वर में मजदूरी करने गये थे. लॉकडाउन के बाद सरकार से मदद मांगी, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली. गुमला प्रशासन ने भी गाड़ी नहीं भेजी. अंत में तीन दिन पहले सभी 27 मजदूर पैदल ही अपने घर के लिए निकल गये. मंगलवार को इन लोगों ने बताया था कि वे संबलपुर में हैं. बुधवार को उनका फोन बंद आया.