काली सूची में डालने का था निर्देश

शराब बरामदगी के बाद उत्पाद विभाग व तिलैया पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठे, तो वरीय पदाधिकारियों ने जांच का आदेश दिया. कोडरमा में जांच के लिए उत्तरी छोटनागपुर प्रमंडल के उत्पाद उपायुक्त मो एहरार आलम, सहायक आयुक्त उत्पाद हजारीबाग सुनील चौधरी पहुंचे थे. इन अधिकारियों ने मामले भारी अनियमितता की बात कहते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2015 9:02 PM

शराब बरामदगी के बाद उत्पाद विभाग व तिलैया पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठे, तो वरीय पदाधिकारियों ने जांच का आदेश दिया. कोडरमा में जांच के लिए उत्तरी छोटनागपुर प्रमंडल के उत्पाद उपायुक्त मो एहरार आलम, सहायक आयुक्त उत्पाद हजारीबाग सुनील चौधरी पहुंचे थे. इन अधिकारियों ने मामले भारी अनियमितता की बात कहते हुए डीसी को रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट के आधार पर डीसी ने संबंधित दुकान को सील करने व लाइसेंस सस्पेंड करने का निर्देश दिया था. बाद में उत्पाद विभाग के वरीय पदाधिकारी द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट में संबंधित दुकान संचालक पर भारी अनियमितता का मामला पाते हुए लाइसेंस रद्द करने व अगली वित्तीय वर्ष की बंदोबस्ती में उसे शामिल न करने की सिफारिश की. इसके साथ ही उसके नाम को काली सूची में डालने का भी निर्देश था.

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