क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए उठाना चाहिए कदम : राष्ट्रपति

एजेंसियां, नयी दिल्लीराष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को कहा कि भारत को आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा तथा क्षेत्रीय अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाने चाहिए. उन्होंने नियंत्रण रेखा पर बार-बार हो रहे संघर्षविराम उल्लंघनों एवं तटवर्ती क्षेत्र में हालिया घुसपैठ पर गहरी चिंता जतायी. कहा कि वाम चरमपंथ की समस्या से विकास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2015 9:02 PM

एजेंसियां, नयी दिल्लीराष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को कहा कि भारत को आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा तथा क्षेत्रीय अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाने चाहिए. उन्होंने नियंत्रण रेखा पर बार-बार हो रहे संघर्षविराम उल्लंघनों एवं तटवर्ती क्षेत्र में हालिया घुसपैठ पर गहरी चिंता जतायी. कहा कि वाम चरमपंथ की समस्या से विकास एवं प्रतिरोध की द्विपक्षीय रणनीति के जरिये निबटा जाना चाहिए.राज्यपालों एवं उप राज्यपालों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दिये गये नववर्ष संदेश में मुखर्जी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओंवाले राज्यों में एक प्रमुख मुद्दा सुरक्षा है. उन्होंने अपने संदेश में कहा, ‘भारत भले ही शांति एवं अहिंसा के लिए प्रतिबद्ध हो. हम अपनी सीमा पर असावधानी का आनंद नहीं ले सकते.’ राष्ट्रपति ने कहा कि तीन दशक बाद आम चुनावों ने केंद्र में एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत देकर एक स्थिर सरकार प्रदान की है, जिसे सुशासन का जनादेश मिला है.उन्होंने कहा, ‘हमारे देशवासियों की आकांक्षाओं को साकार करने और राष्ट्रों के समुदाय में भारत के समुचित स्थान के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों को सामूहिक रूप से जिम्मेदारी को साझा करना होगा.’

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