खरमास समाप्त होते ही मंत्रिमंडल का विस्तार, दिल्ली में हो रहा है मंत्रियों के नाम पर मंथन

रांची: झारखंड में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा आलाकमान के दिल्ली दरबार में भी मंथन चल रहा है. मुख्यमंत्री रघुवर दास शुक्रवार की शाम से ही दिल्ली में है. वह 11 जनवरी को रांची लौटेंगे. कहा जा रहा है कि 14 जनवरी से 18 जनवरी के बीच किसी भी दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2015 5:45 AM
रांची: झारखंड में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा आलाकमान के दिल्ली दरबार में भी मंथन चल रहा है. मुख्यमंत्री रघुवर दास शुक्रवार की शाम से ही दिल्ली में है. वह 11 जनवरी को रांची लौटेंगे. कहा जा रहा है कि 14 जनवरी से 18 जनवरी के बीच किसी भी दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है.

लिस्ट को अंतिम रूप देने व सहमति बनाने का प्रयास चल रहा है. आलाकमान के पास आजसू को लेकर भी बात चल रही है. सीएम की शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से बात भी हुई है. सूत्रों की मानें तो अभी तक मंत्री के नाम को ही लेकर मंथन चल रहा है. आजसू के दूसरे कोटे पर भी बातें हो रही है. मुख्यमंत्री द्वारा अभी सात मंत्री बनाया जाना बाकी है.

समीकरणों का रखा जा रहा है ध्यान
सूत्रों ने बताया कि समीकरणों पर भी खासा जोर दिया जा रहा है. मसलन पलामू प्रमंडल से अभी कोई मंत्री नहीं बना है. वहीं एससी कोटा से भी कोई मंत्री नहीं बना है. ऐसे में राधाकृष्ण किशोर, रामचंद्र चंद्रवंशी और केदार हाजरा के नाम भी मंत्री पद को लेकर सामने आ रहे हैं. बताया गया कि इन तीनों में से किसी एक के नाम पर सहमति बनायी जायेगी. पार्टी में ब्राह्नाण कोटे को लेकर भी चर्चा है, जिसमें संताल परगना से राज पालिवाल और अनंत ओझा में से किसी एक को स्थान मिलने की संभावना है.
कोल्हान से सरयू आगे
कोल्हान प्रमंडल से एक और मंत्री देने की चर्चा है. सरयू राय का स्थान लगभग तय माना जा रहा है. हालांकि मेनका सरदार का नाम भी आ रहा है. वह महिला और आदिवासी कोटे के कारण दावेदार मानी जा रही है. दूसरी ओर उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में आजसू कोटे से चंद्रप्रकाश चौधरी मंत्री बन चुके हैं. अब भाजपा के एक मंत्री को लेने की बात है. इसमें योगेश्वर महतो बाटुल, बिरंची नारायण का नाम आगे आ रहा है. बिरंची और महगामा के अशोक भगत को लेकर भी चर्चा है कि दोनों वैश्य समुदाय से आते हैं. अंतर इतना है कि बिरंची कोयलांचल क्षेत्र से हैं और अशोक भगत संताल से. इधर गुमला, लोहरदगा और सिमडेगा क्षेत्र से दिनेश उरांव को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा चुका है. पार्टी में आजसू को एक बर्थ देने की बात चल रही है. आजसू को बर्थ मिलता है तो लोहरदगा से विधायक कमल किशोर भगत को जगह मिल सकती है. आजसू को बर्थ न मिलने पर विमला प्रधान या शिवशंकर उरांव में से किसी एक को स्थान मिल सकता है.

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