अस्पतालों में बढ़े वायरल फीवर के मरीज
रांची: बरसात के इस मौसम में तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव, बारिश, उमस, गंदगी बिखरी रहने के कारण राजधानी में तेजी से संक्रामक बीमारियां पैर पसारती जा रही हैं. ज्यादातर लोग वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं. स्थिति यह है कि शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों में संक्रामक बीमारियों से पीड़ित मरीजों की […]
रांची: बरसात के इस मौसम में तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव, बारिश, उमस, गंदगी बिखरी रहने के कारण राजधानी में तेजी से संक्रामक बीमारियां पैर पसारती जा रही हैं. ज्यादातर लोग वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं. स्थिति यह है कि शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों में संक्रामक बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ओपीडी में भी भारी भीड़ हो रही है. बीमारों में बच्चों की संख्या में अच्छी-खासी है. वारयस जनित बीमारियों के कारण लोगों में बुखार, सर्दी-खांसी, उल्टी व दस्त की शिकायतें देखी जा रही हैं.
डायरिया के मरीज भी बढ़े
बरसात में दूषित पानी एवं खाद्य पदार्थ के सेवन से डायरिया पीड़ितों की भी संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे मरीजों में पेट दर्द, उल्टी, दस्त की समस्या देखी जा रही है. सदर अस्पताल में छह से अधिक डायरिया पीड़ित मरीज भरती हैं.
बच्चे ज्यादा प्रभावित
संक्रामक बीमारियों से सबसे ज्यादा बच्चे पीड़ित हैं. बच्चे आसानी से वायरल फीवर व डायरिया की चपेट में आ रहे हैं. ज्यादातर बच्चे इंसेफलाइटिस एवं मेनेंजाइटिस से पीड़ित हैं. रिम्स के शिशु विभाग में बुखार, इंसेफलाइटिस एवं मेनेंजाइटिस से एक दर्जन से ज्यादा बच्चे भरती हैं. निजी शिशु अस्पतालों में भी पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ गयी है. डॉ शैलेश चंद्रा ने बताया कि इस मौसम में हल्की लापरवाही बच्चे को बीमार बना सकती है.