उर्दू शिक्षकों के शेष 4268 पद के लिए 682 अभ्यर्थी, नियुक्ति के बाद भी रिक्त रहेंगे 3586 पद

रांची: राज्य में 4,401 उर्दू शिक्षकों के पद के लिए 815 अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए थे. इनमें से 133 अभ्यर्थी की नियुक्ति हो गयी है. शेष बचे 4268 पद के लिए अब 682 अभ्यर्थी बचे हैं. ऐसे में अगर शत-प्रतिशत टेट पास अभ्यर्थी की नियुक्ति हो जाती है तो भी 3586 पद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2015 5:47 AM
रांची: राज्य में 4,401 उर्दू शिक्षकों के पद के लिए 815 अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए थे. इनमें से 133 अभ्यर्थी की नियुक्ति हो गयी है. शेष बचे 4268 पद के लिए अब 682 अभ्यर्थी बचे हैं. ऐसे में अगर शत-प्रतिशत टेट पास अभ्यर्थी की नियुक्ति हो जाती है तो भी 3586 पद रिक्त रह जायेंगे. शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों में से 51 दूसरे राज्य के हैं. राज्य के कई जिलों में टेट पास करनेवाले विद्यार्थियों की संख्या दस से भी कम है. राज्य में सबसे अधिक 131 विद्यार्थी गोड्डा व सबसे कम एक विद्यार्थी सिमडेगा जिले से उर्दू शिक्षक के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए हैं.
गौरतलब है कि राज्य में प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए वर्ष 2008 से प्रक्रिया चल रही है. अब तक चार बार आवेदन जमा लिया गया है. कक्षा एक से पांच में उर्दू शिक्षक के 4,401 पद रिक्त हैं. नियुक्ति के लिए वर्ष 2013 में शिक्षक पात्रता परीक्षा ली गयी थी. वर्ष 2013 नवंबर में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई थी. अब तक दो जिलों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. 22 जिलों में फिर से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी है. 26 जनवरी को नियुक्ति पत्र बांटे जायेंगे. पर उर्दू शिक्षक के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थी नहीं है.
रांची में नियुक्ति के बाद 296 पद रिक्त
रांची में उर्दू शिक्षक के कुल 399 पद थे. इसमें से 103 पद के लिए अभ्यर्थी की नियुक्ति हुई. जबकि पलामू में 73 सीट के लिए मात्र 30 अभ्यर्थी की नियुक्ति हो सकी. इस तरह रांची में उर्दू शिक्षक के 296 व पलामू में 43 पद रिक्त रह गये. उर्दू शिक्षकों के आधे पद पारा शिक्षकों के लिए आरक्षित हैं. पूर्वी सिंहभूम में 398, गढ़वा में 327, हजारीबाग में 308 व गिरिडीह में 300 सीटें हैं. सबसे कम 27 सीट खूंटी में है. गुमला में 52 एवं सिमडेगा व जामताड़ा में 60-60 सीट है.
एससी-एसटी कोटि के अभ्यर्थी नहीं
उर्दू शिक्षक की नियुक्ति के लिए राज्य में प्रभावी आरक्षण व्यवस्था के तहत 50 फीसदी पद अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, एमबीसी व बीसी कोटि के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित हैं. शिक्षक पात्रता परीक्षा में इन कोटि के अभ्यर्थियों ने नहीं बराबर आवेदन जमा किया. इस कारण उर्दू शिक्षक के लिए आरक्षित शत-प्रतिशत पद रिक्त रहने की संभावना है.

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