कांग्रेस विधायक सदन में नेतृत्व विहीन, नहीं चुना जा सका है नेता
रांची: कांग्रेस अब तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुन पायी है. पिछले दिनों पार्टी ने विधायकों से रायशुमारी भी की, लेकिन अब तक फैसला नहीं हो पाया है. पार्टी अध्यक्ष सुखदेव भगत ने विधायकों से अलग-अलग बात की. विधायकों की रायशुमारी से केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत करा दिया गया है, लेकिन अब […]
रांची: कांग्रेस अब तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुन पायी है. पिछले दिनों पार्टी ने विधायकों से रायशुमारी भी की, लेकिन अब तक फैसला नहीं हो पाया है. पार्टी अध्यक्ष सुखदेव भगत ने विधायकों से अलग-अलग बात की. विधायकों की रायशुमारी से केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत करा दिया गया है, लेकिन अब तक किसी के नाम पर केंद्रीय नेतृत्व की हरी झंडी नहीं मिली है. इधर विधायकों पर किसी का जोर नहीं है.
विधानसभा में अनुपूरक बजट पर वोटिंग के दौरान कांग्रेस के दो विधायक गायब रहे. विधायक विदेश सिंह और इरफान अंसारी नहीं पहुंचे. पार्टी की ओर से विधायक दल के नेता की गैर मौजूदगी के कारण विह्प भी जारी नहीं किया गया था. ऐसे में इन विधायकों पर कोई कार्रवाई भी नहीं हो सकती है.
आलमगीर और मनोज पर पेंच
विधायक दल के नेता के रूप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष आलमगीर आलम का नाम आगे चल रहा है. पार्टी अल्पसंख्यक कोटे से विधायक दल का नेता बनाना चाहती है. इधर विधायक दल के नेता की दौड़ में मनोज यादव भी है. इन्हीं दोनों नेताओं के बीच विधायक दल का पेंच फंसा है.
10 लाख सदस्य बनायेंगे
रांची. कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश में 10 लाख नये सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. आला कमान के निर्देश पर 28 फरवरी तक सदस्यता अभियान चलेगा. इसके बाद प्रदेश में सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी. सदस्यता अभियान के प्रभारी आलोक कुमार दुबे ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी से नये लोगों को जोड़ने के लिए पार्टी सदस्यता अभियान चलायेगी. जिला, प्रखंड, पंचायत और बूथ स्तर तक अभियान चलेगा. बूथ स्तर पर कम से कम 25 सदस्य बनाये जाने हैं. बूथ कमेटी में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी भी तय करने को कहा गया है. सदस्यता प्रभारी श्री दुबे ने कहा कि पार्टी नेताओं-पदाधिकारियों को सदस्यता अभियान में कोताही ना बरतने को कहा गया है. कांग्रेस नेता अनादि ब्रrा ने कहा कि पार्टी ऑनलाइन सदस्यता नहीं चलाती है. ऑनलाइन सदस्यता पर पार्टी का भरोसा नहीं है. हमारे कार्यकर्ता गांव-गांव जा कर लोगों को सदस्य बना रहे हैं. मौके पर शमशेर आलम, लाल किशोर नाथ शाहदेव, राजेश ठाकुर और सूर्यकांत शुक्ला मौजूद थे.
वोटिंग के दौरान दो विधायकों का नहीं रहना गंभीर विषय है. विधायक दल के नेता पर जल्द से जल्द फैसला हो जाना चाहिए था. 20 जनवरी को पार्टी वर्किग कमेटी की बैठक है. इसके बाद विधायक दल के नेता की घोषणा कर दी जायेगी. विधायकों से विचार-विमर्श कर लिया गया है. केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही इस पर फैसला लेगा. विधायक दल के नेता के चयन के बाद सब कुछ ठीक हो जायेगा.
सुखदेव भगत, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष