एकता व भाईचारे का पर्व है टुसू….ओके
खूंटी. नववर्ष में प्रवेश के साथ ही खूंटी सहित पंचपरगना क्षेत्र में मेला का दौर शुरू हो गया है. मकर संक्रांति पर उक्त जगहों पर टुसू मेले का विशेष आयोजन होता है. पंचपरगना क्षेत्र में एक माह तक चलने वाले इस मेले में लोग खुशी-खुशी शिरकत करते हैं. गिले-शिकवे भूल कर लोग एक हो जाते […]
खूंटी. नववर्ष में प्रवेश के साथ ही खूंटी सहित पंचपरगना क्षेत्र में मेला का दौर शुरू हो गया है. मकर संक्रांति पर उक्त जगहों पर टुसू मेले का विशेष आयोजन होता है. पंचपरगना क्षेत्र में एक माह तक चलने वाले इस मेले में लोग खुशी-खुशी शिरकत करते हैं. गिले-शिकवे भूल कर लोग एक हो जाते हैं और मेले का आनंद उठाते हैं. मेले में मकर स्नान, टुसू पूजा व विसर्जन के अलावा गुड़, तिल व पिट्ठा खाने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है. मेला में लोक कथाएं भी जीवंत होती है. इस दौरान लोक कला व क्षेत्रीय लोक गीत आदि के कलाकारांे को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका भी मिलता है. रंग-बिरंगे टुसू जहां लोगों के सुखमय जीवन की कामना करता है. वहीं छऊ नृत्य, पाइका, जदूर, आदि नृत्यों का लोग लुत्फ उठाते हैं. मेले में बड़ी संख्या मे लोग हस्तकला से संबंधित उत्पादों को लेकर यहां बिक्री के लिए आते हैं.