रांची रेलवे स्टेशन: सुबह में खुलता है सिर्फ एक ही टिकट काउंटर
रांची: रेलवे स्टेशन, रांची में हर दिन सुबह में एकमात्र सामान्य टिकट काउंटर (बिना आरक्षित) खुलता है. इससे यात्रियों को हर दिन परेशानी होती है, लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का निदान नहीं हो सका है. शनिवार को भी सुबह में ऐसे ही हालात थे. यहां सुबह चार बजे काउंटर खुला. यात्री टिकट के लिए […]
रांची: रेलवे स्टेशन, रांची में हर दिन सुबह में एकमात्र सामान्य टिकट काउंटर (बिना आरक्षित) खुलता है. इससे यात्रियों को हर दिन परेशानी होती है, लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का निदान नहीं हो सका है. शनिवार को भी सुबह में ऐसे ही हालात थे. यहां सुबह चार बजे काउंटर खुला.
यात्री टिकट के लिए परेशान थे. खिड़की पीटते रहे, लेकिन कोई खोलनेवाला नहीं था. नतीजन कई लोग बिना प्लेटफॉर्म टिकट लिये स्टेशन के अंदर प्रवेश कर गये, क्योंकि प्रात: चार बजे के पूर्व ही दुमका-रांची इंटरसिटी ट्रेन यहां पहुंच चुकी थी. कुछ देर बाद वाराणसी-रांची इंटरसिटी ट्रेन स्टेशन पर पहुंची. इसके बाद हटिया-टाटा पैसेंजर सहित अन्य ट्रेनें आनेवाली थीं.
यात्रियों ने कहा कि यहां हर हाल में कम से कम दो से अधिक टिकट काउंटर खुले रहने चाहिए, ताकि यात्री टिकट लें सकें. कई बार अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया है, लेकिन हर बार कर्मचारी की कमी बता कर मामला टाल दिया जाता है. यात्रियों की सुविधा के लिए बने नये अनारक्षित टिकट काउंटर भी आज तक पूर्ण रूप से नहीं खुल पाये हैं. सुबह से दो बजे तक यह काउंटर बंद रहते हैं और दो बजे के बाद एक मात्र काउंटर काम करता है. यहां अभी तक साइन बोर्ड भी नहीं लगा है, जिस कारण कई यात्री उधर जाते भी नहीं है. मालूम हो कि रांची से सप्ताह में छह दिन सुबह में हटिया-टाटा पैसेंजर, रांची-हावड़ा इंटरसिटी आदि ट्रेनें खुलती हैं. वहीं बाहर से भी कई ट्रेनें आती हैं. सीनियर डीसीएम ने कहा कि योत्रियों को परेशानी न हो, इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है.
यात्रियों ने कहा
सुबह साढ़े तीन बजे से टिकट के लिए हमलोग परेशान थे. चार बजे काउंटर खुलने के बाद टिकट मिल सका. यहां काउंटर पहले खुलना चाहिए. एकमात्र काउंटर खुला है, जिससे काफी परेशानी हुई. रेलवे के अधिकारी इस पर ध्यान दें और अविलंब काउंटर की संख्या बढ़वायें.
बुद्धेश्वर महतो, चांडिल
सुबह तीन बजे से ही टिकट के लिए लाइन में लगे थे. चार बजे के बाद टिकट मिल सका. हर हाल में काउंटर की संख्या बढ़नी चाहिए. वहीं, स्टेशन में एक भी दुकान नहीं खुली है, जिस कारण चाय नहीं मिल सकी रेलवे के अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए.
दुर्गा कालिंदी, झालदा
टिकट काउंटर की संख्या बढ़े, ताकि आदमी बिना टिकट सफर के लिए मजबूर न हो. सुबह में यात्रियों की काफी भीड़ रहती है. रेलवे की तरफ से सुरक्षा की भी व्यवस्था हो. पुलिस बल की भी तैनाती होनी चाहिए.
एल मरांडी, कोलांबी मोड़ नगड़ी