झाविमो के हारे प्रत्याशियों ने कहा, संगठन भागा-भागी से हुआ कमजोर

रांची: झाविमो ने प्रत्यशियों के साथ विधानसभा चुनाव की समीक्षा की. विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं किये जाने के कारण तलाशे गये. चुनाव में शिकस्त खाये प्रत्याशियों ने पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के समक्ष पीड़ा सुनाई. पार्टी कार्यालय में श्री मरांडी ने प्रत्याशियों के साथ देर शाम तक बैठक की. प्रत्याशियों का कहना था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2015 6:08 AM
रांची: झाविमो ने प्रत्यशियों के साथ विधानसभा चुनाव की समीक्षा की. विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं किये जाने के कारण तलाशे गये. चुनाव में शिकस्त खाये प्रत्याशियों ने पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के समक्ष पीड़ा सुनाई. पार्टी कार्यालय में श्री मरांडी ने प्रत्याशियों के साथ देर शाम तक बैठक की.

प्रत्याशियों का कहना था कि चुनाव में संसाधन का घोर अभाव था. आर्थिक अभाव से जूझते हुए चुनाव लड़े. भाजपा-झामुमो ने पंचायत में जो पैसा खर्च किये, हम प्रखंड में नहीं कर सके. कुछ प्रत्याशियों का यह भी कहना था कि चुनाव के वक्त संगठन में भागा-भागी की होड़ मची थी. विधायक पार्टी छोड़ कर जा रहे थे. पार्टी में टूट का नुकसान चुनाव में हुआ. इससे संगठन कमजोर हुआ.

इधर पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी बैठक में संसाधन के अभाव की बात कही. उन्होंने कहा कि आर्थिक अभाव में भी प्रत्याशियों ने बेहतर प्रदर्शन किया. पार्टी चाहती, तो कई मौके पर पैसे कमा सकती थी. राज्यसभा का चुनाव आया, केंद्र सरकार को समर्थन देने की बात थी. लेकिन हमने कभी भी नीति-सिद्धांत से समझौता नहीं किया. उन्होंने कहा कि अपनी सीट पर वह कार्यकर्ताओं के अति उत्साह के कारण भी हारे. बैठक में लगभग 50 प्रत्याशी पहुंचे थे. 46 प्रत्याशियों ने समीक्षा बैठक में अपनी बात रखी. समीक्षा बैठक में पार्टी के आठ में से छह विधायक पहुंचे थे. सारठ के विधायक रणधीर सिंह और चंदनक्यारी से विधायक अमर बाउरी बैठक में नहीं पहुंचे थे.
भाजपा में विलय की बात खारिज की
बैठक में पार्टी नेता श्री मरांडी ने भाजपा में विलय को खारिज किया. उन्होंने नेताओं से कहा कि फिलहाल समर्थन देने पर भी विचार नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जनता ने जो जनादेश दिया है, उसी के अनुसार राजनीति करेंगे. सात वर्षो तक विपक्ष की भूमिका में रहे, अब आगे भी रहेंगे. नेता विरोधी दलों के भ्रामक प्रचार में नहीं आयें. विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि झाविमो को तोड़ने का कूचक्र चुनाव के समय रचा गया. पार्टी ने विपरित परिस्थिति में भी संतोषजनक प्रदर्शन किया. हमने दिखा दिया है कि हमारी जड़ें कितनी मजबूत हैं.
हार के ये कारण गिनाये
संसाधन का अभाव, भाजपा-झामुमो के सामने पैसे में टिक नहीं पाये
प्रचार-प्रसार में भी पीछे रहे
पार्टी की टूट का असर चुनाव में दिखा बड़ी पार्टी होने का विश्वास खो दिया
चुनाव अपने बूते लड़े, संगठन और कार्यकर्ताओं का साथ नहीं मिला
नये चेहरे को पार्टी कार्यकर्ता पचाने के लिए तैयार नहीं थे, रणनीति नहीं रही

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