जन संगठनों ने अधिग्रहण अध्यादेश की प्रतियां जलायीं
रांची: रांची की हृदय स्थली अलबर्ट एक्का चौक पर भूमि अधिग्रहण अध्यादेश की प्रतियां जला कर विरोध प्रकट किया गया. वहीं इसके निरस्त होने तक प्रखंड स्तर पर चरणबद्ध आंदोलन चलाने के संकल्प के साथ विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन, झारखंड राज्य इकाई का दो दिवसीय तृतीय सम्मेलन बुधवार को संपन्न हुआ. इससे पूर्व सम्मेलन […]
रांची: रांची की हृदय स्थली अलबर्ट एक्का चौक पर भूमि अधिग्रहण अध्यादेश की प्रतियां जला कर विरोध प्रकट किया गया. वहीं इसके निरस्त होने तक प्रखंड स्तर पर चरणबद्ध आंदोलन चलाने के संकल्प के साथ विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन, झारखंड राज्य इकाई का दो दिवसीय तृतीय सम्मेलन बुधवार को संपन्न हुआ. इससे पूर्व सम्मेलन के आयोजन स्थल, पुरुलिया रोड स्थित एसडीसी सभागार से अलबर्ट एक्का चौक तक रैली निकाली गयी.
सभी एमओयू समाप्त करने की मांग : सम्मेलन में पांच प्रस्ताव पारित किये गये. इसमें सरकार से मांग की गयी कि विस्थापन, पुनर्वास, पुन:स्थापन अध्यादेश 2014 को तुरंत वापस लिया जाये और अब तक हुए सभी एमओयू व स्वीकृत एसइजेड (स्पेशल इकॉनोमिक जोन) समाप्त किये जाएं. कहा गया कि सरकार अपने ही देश में जनता के खिलाफ सेना व पुलिस का अभियान बंद करे. विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन के केंद्रीय संयोजन मंडल के सदस्य, प्रो जीएन साईबाबा को अविलंब बिना शर्त रिहा करने की मांग की गयी.
47 सदस्यीय राज्य कमेटी गठित
अंतिम दिन को 47 सदस्यीय राज्य कमेटी का गठन किया गया. इसमें दामोदर तूरी को संयोजक, डॉ बीपी केसरी, फादर स्टेन स्वामी, त्रिदिब घोष व केएन पंडित को सह संयोजक व हराधन मार्डी को कोषाध्यक्ष चुना गया. संचालन समिति में नरेश राम, हराधन मार्डी, अनिल कुमार, अमरनाथ, भावनाथ, रसिक मरांडी, केएन पंडित, डॉ बीपी केसरी, दामोदर तूरी, ज्योति दा, शेषनाथ बर्णवाल, त्रिदिब घोष, स्टेन स्वामी, मुन्नी कच्छप व सुशीला एक्का शामिल हैं.