Jharkhand News: एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस सहित 29 गिरफ्तार, ये हैं साल 2021 के सबसे चर्चित मामले

Jharkhand News, Ranchi: वर्ष 2021 में झारखंड पुलिस का मुख्य फोकस नक्सलियों और उग्रवादियों पर रहा. यही वजह रही कि नक्सल फ्रंट पर बड़ी सफलता मिली. माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य और थिंक टैंक के नाम से चर्चित एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस सहित 29 नक्सली और उग्रवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2021 7:33 AM
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Jharkhand News, Ranchi: वर्ष 2021 में झारखंड पुलिस का मुख्य फोकस नक्सलियों और उग्रवादियों पर रहा. यही वजह रही कि नक्सल फ्रंट पर बड़ी सफलता मिली. माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य और थिंक टैंक के नाम से चर्चित एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस सहित 29 नक्सली और उग्रवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. इनमें मुख्य रूप से एक माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य, एक सेंट्रल कमेटी सदस्य, एक सैक मेंबर, एक रीजनल कमांडर, सात सब जोनल कमांडर और 18 एरिया कमांडर शामिल हैं.

जबकि टीएसपीसी का रीजनल कमांडर और 15 लाख के इनामी मुकेश गंझू उर्फ मुनेश्वर गंझू और माओवादी जोनल कमांडर और 10 लाख के इनामी जीवन कंडुलना सहित 10 नक्सलियों और उग्रवादियों ने सरेंडर किया. जबकि, 15 लाख के इनामी माओवादी जोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव और दस लाख के इनामी पीएलएफआइ जोनल कमांडर शनिचर सुरीन सहित कुल छह नक्सली और उग्रवादियों और पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया.

वर्ष 2019 में कुल 107 नक्सली वारदातें हुईं. जबकि 2020 में 92 और 2021 में 95 घटनाएं सामने आयी. झारखंड बनने से अब तक कुल 424 नक्सली और उग्रवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. नक्सलियों और उग्रवादियों की संपत्ति जब्त करने का अभियान भी पुलिस ने तेज किया है. कुल 28 नक्सली और उग्रवादियों की संपत्ति जब्त की गयी है. वहीं, बड़े नक्सली घटनाओं से जुड़े 17 मामलों को झारखंड पुलिस ने नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) को सौंपे हैं.

ये नक्सली पकड़े गये

  • प्रशांत बोस, माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य और एक करोड़ का इनामी

  • शीला मरांडी, माओवादी केंद्रीय कमेटी सदस्य

  • प्रद्युमन शर्मा, माओवादी सैक सदस्य, 25 लाख का इनामी

  • रमेश गंझू उर्फ आजाद, माओवादी आरसीएम, 25 लाख का इनामी

  • किशोर सिंह उर्फ विमल सिंह, माओवादी सब जोनल कमांडर, पांच लाख का इनामी

  • उदय उरांव, माओवादी सब जोनल कमांडर

  • नरेश गंझू, टीएसपीसी सब जोनल कमांडर

  • किशुन गंझू, टीएसपीसी सब जोनल कमांडर

  • नेपाली, टीएसपीसी सब जोनल कमांडर

  • विनय कुमार सिंह, टीएसपीसी सब जोनल कमांडर

नक्सलियों ने किया सरेंडर

  • मुकेश गंझू उर्फ मुनेश्वर गंझू, टीएसपीसी आरसीएम, 15 लाख का इनामी

  • जीवन कंडुलना, माओवादी जोनल कमांडर, 10 लाख का इनामी

  • रघुवंश गंझू, टीएसीसी जोनल कमांडर, 10 लाख का इनामी

  • पाथर उर्फ लक्ष्मण गंझू, टीएसीसी जोनल कमांडर, 10 लाख का इनामी-

  • नागेश्वर गंझू, टीएसीसी स जोनल कमांडर, पांच लाख का इनामी

  • नुुनूचंद महतो, माओवादी सब जोनल कमांडर, पांच लाख का इनामी

  • विष्णु दयाल नागेशिया, माओवादी सब जोनल कमांडर

  • संजय गोप उर्फ संजय टाइगर, पीएलएफआइ एरिया कमांडर

  • बैलुन सरदार, माओवादी एरिया कमांडर

वर्ष 2021 के चर्चित मामले

28 सितंबर 2021 : लातेहार जिला के नारायणपुर- सलैया जगड़ा पहाड़ के समीप उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के साथ एनकाउंटर में बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गये. उन्होंने शहीद होने से पहले एक उग्रवादी को मार गिराया था.

15 जुलाई 2021 : गुमला जिला के कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस ने कोबरा बटालियन और सीआरपीएफ के अभियान में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के कोयल शंख जोन का सचिव बुद्धिश्वर उरांव मारा गया. उसपर 15 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार बरामद िकया.

16 जुलाई 2021 : चाईबासा जिला के गुदड़ी थाना क्षेत्र में पुलिस और पीएलएफआइ के उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस दौरान पुलिस ने 10 लाख के इनामी पीएलएफआइ के जोनल कमांडर शनिचार सुरीन को मार गिराया.

16 नवंबर 2021 : झारखंड पुलिस की एटीएस ने उग्रवादियों और अपराधियों को हथियार और गोली सप्लाई करने में सीआरपीएफ जवान सहित तीन लोगों को एटीएस ने गिरफ्तार किया. 25 नवंबर को बीएसएफ के जवान सहित चार लोग गिरफ्तार किये गये.

जो नक्सली मुठभेड़ में मारे गये

  • बुद्धेश्वर उरांव, माओवादी आरसीएम, 15 लाख का इनामी

  • शनिचर सुरीन, पीएलएफआइ जोनल कमांडर, 10 लाख का इनामी

  • महेश भुईयां जेजेएमपी एरिया कमांडर

  • विनोद भुईयां उर्फ कुंदन, जेजेएमपी

  • मंगरा लुगून, पीएलएफआइ एरिया कमांडर, दो लाख का इनामी

28 नक्सलियों की संपत्ति जब्त: यूएपी एक्ट के तहत 28 नक्सलियों और उग्रवादियों की चल और अचल संपत्ति जब्त की गयी है. इनमें 14 माओवादी, 10 टीएसपीसी और चार पीएलएफआइ उग्रवादियों की संपत्ति शामिल है. इनमें सक्रिय सदस्यों से लेकर रीजनल कमेटी के सदस्य शामिल हैं.

Posted by: Pritish Sahay

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