संघ के विस्तार पर मंथन, डॉ मोहन भागवत देवघर पहुंचे, बैठक शुरू
तीन दिन तक चलेगा शिविर देवघर : आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत गुरुवार को तीन दिन के दौरे पर देवघर पहुंचे. उन्होंने देवघर कॉलेज स्थित चंद्रशेखर भवन में आरएसएस के क्षेत्रीय कार्यकारी मंडल की बैठक में शिरकत की. शिविर में पहले दिन बिहार-झारखंड के प्रचारक शामिल हुए. बैठक में संगठन को मजबूत करने को लेकर […]
तीन दिन तक चलेगा शिविर
देवघर : आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत गुरुवार को तीन दिन के दौरे पर देवघर पहुंचे. उन्होंने देवघर कॉलेज स्थित चंद्रशेखर भवन में आरएसएस के क्षेत्रीय कार्यकारी मंडल की बैठक में शिरकत की. शिविर में पहले दिन बिहार-झारखंड के प्रचारक शामिल हुए.
बैठक में संगठन को मजबूत करने को लेकर मंथन शुरू हुआ. स्वयंसेवकों ने अपने क्षेत्रीय संगठन से संबंधित जानकारी संघ प्रमुख को दी. आरएसएस के सामने आ रही चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा हुई.
वेबसाइट से ले रहे हैं जानकारी : संगठन विस्तार पर चर्चा करते हुए बताया गया कि आरएसएस की शाखाओं में युवाओं कारूझान बढ़ा है. पहले कम युवा शाखाओं में भाग लेते थे, लेकिन अभी संख्या बढ़ रही है. युवा पीढ़ी अधिक से अधिक संघ से जुड़े, इसके लिए एक वेबसाइट लांच की गयी है. जिसमें प्रतिदिन लगभग एक लाख युवा वेबसाइट को हिट कर रहे हैं.
इससे पता चलता है कि कैसे संघ की ओर आज की युवा पीढ़ी आकर्षित हो रही है.
देशभर में परिचय शिविर का हो रहा है आयोजन : बताया गया कि संघ से लोग अधिक से अधिक संख्या में जुड़ें, इसके लिए देश भर में परिचय शिविर का आयोजन हो रहा है. जिसका लाभ आरएसएस को मिल रहा है.
लोग आरएसएस के बारे में जानना चाहते हैं. इसलिए लोगों को आरएसएस की नीति और सिद्धांत के बारे में व्यापक जानकारी देने की जरूरत है.
स्वयंसेवकों पर है बड़ी जिम्मेवारी : संगठन के प्रारूप पर चर्चा में कहा गया कि स्वयंसेवकों पर बड़ी जिम्मेवारी है. क्योंकि गांव-गांव तक लोगों के संपर्क में स्वयंसेवक ही रहते हैं. इसलिए जितने भी आरएसएस के अनुशांगिक संगठन के प्रचारक हैं. उन्हें व्यापक प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है. बैठक में दत्तात्रेय होशबोले, क्षेत्र प्रचारक श्वांत रंजन, प्रांत प्रचारक अनिल कुमार सहित बिहार-झारखंड के प्रचारक व स्वयं सेवक मौजूद थे.
संघ के बारे में दुष्प्रचार को काउंटर करने की रणनीति पर भी विचार
बैठक में इस बात की भी चर्चा हुई कि इन दिनों विरोधियों के आरएसएस पर हमले बढ़ गये हैं. लगातार संघ के बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है, उसे कैसे काउंटर किया जाये, कैसे संघ के उद्देश्यों से लोगों को अवगत कराया जाये, इसके लिए व्यापक रूप से शाखाएं लगे.